कोरोना अलर्ट / दो हफ्ते बढ़ सकता है देश में लॉकडाउन, पीएम मोदी जल्द करेंगे देश को सम्बोधन

देश में कोरोना वायरस के संकट के कारण 21 दिनों का लॉकडाउन लागू है। हालांकि अब इस लॉकडाउन को बढ़ाया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात देश को संबोधित कर सकते हैं। इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी लॉकडाउन को बढ़ाए जाने का ऐलान कर सकते हैं। दरअसल, आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक की।

AajTak : Apr 11, 2020, 04:14 PM
कोरोना अलर्ट: देश में कोरोना वायरस के संकट के कारण 21 दिनों का लॉकडाउन लागू है। हालांकि अब इस लॉकडाउन को बढ़ाया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात देश को संबोधित कर सकते हैं। इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी लॉकडाउन को बढ़ाए जाने का ऐलान कर सकते हैं।

दरअसल, आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक की। इस बैठक में ज्यादातर राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने लॉकडाउन को बढ़ाए जाने की सहमति दी है। जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो हफ्तों के लिए लॉकडाउन को बढ़ाने जाने के संकेत दिए हैं। वहीं लॉकडाउन बढ़ाने पर किसानों को थोड़ी राहत भी दी जा सकती है।

कोरोना संकट को देखते हुए 24 मार्च को देश में 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान किया गया था। 25 मार्च से शुरू हुए देशव्यापी लॉकडाउन का आखिरी दिन 14 अप्रैल है। हालांकि 21 दिनों के लॉकडाउन के बावजूद देश में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़े हैं। देश में अब तक कोरोना वायरस के सात हजार से ज्यादा संक्रमित मरीज सामने आ चुके हैं। जिसके बाद अब 30 अप्रैल तक लॉकडाउन को बढ़ाया जा सकता है।

राज्यों की लॉकडाउन बढ़ाने की मांग

पीएम मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ हुई इस बैठक में दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश और पंजाब समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने लॉकडाउन बढ़ाने के लिए सुझाव दिए। दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन आगे जारी रखने की मांग की।

पीएम मोदी की मुख्यमंत्री के साथ बैठक में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने 30 अप्रैल तक लॉकडाउन को बढ़ाए जाने की मांग की है। सीएम केजरीवाल ने कहा कि लॉकडाउन बढ़ाए जाने का फैसला राष्ट्रीय स्तर पर होना चाहिए। राज्य अपने स्तर पर फैसला करेंगे तो उतना असर नहीं होगा। वहीं किसी तरह की ढील दी जाए तो किसी भी सूरत में ट्रांसपोर्ट नहीं खुलना चाहिए। न रेल, न सड़क और न एयर ट्रांसपोर्ट।