Coronavirus / महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के मामले 90 हजार के पार, मुंबई में 51,100 लोग संक्रमित

News18 : Jun 09, 2020, 09:50 PM
मुंबई। महाराष्ट्र (Maharashtra) में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस (Coronavirus) के 2259 मामले सामने आए हैं जिसके बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 90787 हो गई है। वहीं एक दिन में 120 मौतों के बाद कोरोना वायरस से जान गंवाने वालों का आंकड़ा बढ़कर 3289 हो गया है। राज्य में अब तक 42 हजार से ज्यादा लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं। महाराष्ट्र में सिर्फ मुंबई (Mumbai) में ही 1760 मामले आए हैं जिसके बाद मुंबई में संक्रमितों की संख्या 51100 पहुंच गई है।

बता दें महाराष्ट्र देश में कोविड-19 से बुरी तरह प्रभावित राज्यों में पहले नंबर पर है। यहां सिर्फ आम लोग ही नहीं बल्कि बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी भी कोरोना की चपेट में आते जा रहे हैं। मंगलवार को ही महाराष्ट्र के पालघर जिले में कोविड-19 से 40 वर्षीय एक पुलिसकर्मी की मौत हो गयी। सिर्फ पालघर में ही दो अधिकारियों समेत 33 पुलिसकर्मी अब तक कोविड-19 से संक्रमित हुए हैं।

वरिष्ठ अधिकारी और पार्षद की मौत

इतना ही नहीं बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) के सीनियर अधिकारी की भी मंगलवार को कोरोना वायरस से मौत हो गई। यह अधिकारी बीएमसी में वॉटर सप्‍लाई डिपार्टमेंट के इंचार्ज थे। कुछ दिन पहले ही 54 वर्षीय ये अधिकारी कोविड-19 से संक्रमित पाए गए थे। वहीं आज ठाणे में एक नगर निगम पार्षद की कोरोना वायरस से मौत हो गई।

कोरोना वायरस (COVID-19) संक्रमण के लिए हॉटस्पॉट बनी मुंबई की सघन आबादी वाली दो बस्तियां धारावी (Dharavi) और वर्ली (Worli) में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों में गिरावट आई है। सोमवार को वर्ली में संक्रमण दर घटकर तकरीबन आधी हो गई है।

केंद्र की टीमें कर रहीं मदद

वहीं महाराष्ट्र के सात जिलों में केन्द्रीय दल तैनात किये गए हैं, जहां कोविड-19 संक्रमण के मामलों में तेज वृद्धि देखी गई है। ये दल कोरोना वायरस से निपटने के लिये स्थानीय प्रशासनों की मदद करेंगे।

मंत्रालय ने कहा कि ये टीमें राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को जांच में आ रहीं दिक्कतों, प्रति दस लाख लोगों के अनुपात में कम जांच, अधिक मामले सामने आने, बिस्तरों की संभावित कमी, बढ़ती मृत्यु दर जैसी अनेक चुनौतियों का सामना करने में मदद कर रही हैं। मंत्रालय के बयान में कहा गया है, "इसका उद्देश्य कोविड-19 रोकथाम और उससे निपटने के लिये राज्य सरकारों की सहायता करना है।"

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