मध्य प्रदेश / बाघिन के जबड़ों में फंसा था माल‍िक, भैंसों ने म‍िलकर ऐसे बचाई जान

Zoom News : Apr 08, 2021, 07:36 AM
MP: अब तक मालिक द्वारा अपने पालतू मवेशियों को हिंसक जानवरों से बचाने की घटनाएं सुनी थीं लेकिन मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ के जंगलों में बाघिन के जबड़ों में फंसे मालिक को उसकी भैंसों ने बचाकर नया जीवन दिया है। ये पूरा वाकया बाघों के गढ़ कहे जाने वाले बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के जंगलों का है। बांधवगढ़ के जंगलों से सटे गांवों के चरवाहे कई बार पालतू मवेशियों को चराते बाघों के इलाके में पहुंच जाते हैं।

उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से लगे गांव कोठिया घनघोर जंगलों से घिरा हुआ है जहां का चरवाहा रामकिशोर यादव अपनी भैंसों को लेकर जंगल चराने गया था। मवेशी चराने के बाद उन मवेशियों को जंगल में ही एक नाले पर पानी पिलाने के बाद जब वह गांव की तरफ मवेशी लेकर चलने लगा तो झाड़ियों में छिपी बाघिन ने अचानक चरवाहे पर हमला कर दिया।

चरवाहा रामकिशोर यादव बाघिन के हमले से बेहद घबरा गया और मदद के लिए जोर-जोर से चिल्लाने लगाने लगा। अपने मालिक की आवाज जब भैंसों ने सुनी तो अपनी जान जोखिम में डाल अपने मालिक की जान बचाने पलट पड़ीं। भैंसों का  पूरा झुंड अपने मालिक के बचाव में आ गया जिससे बाघिन डर के कारण चरवाहे को छोड़ जंगल की तरफ भाग गई।

समय रहते भैंसों ने अपने चरवाहे मालिक को बाघिन के मुंह से बचा लिया। घायल चरवाहे ने घटना की सूचना अपने मोबाइल फोन के माध्यम से गांव वालों और वन विभाग को दी जिस पर वन विभाग का अमला घटना स्थल पहुंचा। घायल चरवाहे को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां चरवाहे की हालत फिलहाल खतरे से बाहर है। रामकिशोर यादव ने कहा कि अगर भैंस न होती तो वह अपनी जिंदगी गंवा देता।  

घटना की पुष्टि वन विभाग के अधिकारियों ने भी की है। मादा बाघिन ने पास ही जंगलों में बच्चे दिए हैं और काफी आक्रामक है। बाघिन के आक्रामक स्वभाव को देखते हुए वन अधिकारियों ने आसपास के गांवों में अलर्ट जारी कर दिया है।

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