News18 : May 24, 2020, 06:46 AM
कोलकाता: चक्रवात अम्फान (Cyclone Amphan) के कारण पश्चिम बंगाल के बुनियादी ढांचे और फसलों को एक लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। अम्फान के कारण कोलकाता (Kolkata) में बिजली-पानी के लिए हाहाकार मचा है। गुस्साए लोग सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने राज्य में बिजली और अन्य आवश्यक सेवाओं को बहाल करने के लिए थोड़ा और समय मांगा है।
ममता बनर्जी ने कहा, 'मुझे पता है कि लोग परेशान हैं। तबाही के अभी दो दिन हुए हैं, हम भी पूरी कोशिश कर रहे हैं। रात-दिन काम चल रहा। थोड़ा धैर्य रखें। इस महामारी के बीच एक और आपदा आ गई। हम जल्द से जल्द सब कुछ बहाल करने की कोशिश कर रहे हैं।' कोलकाता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जनता की नाराजगी को लेकर सवाल पूछे जाने पर ममता ने कहा, 'मैं बस यही कहना चाहूंगी कि तब आप मेरा सिर काट लेना।'
चार चुनौतियों का सामनाउन्होंने कहा, हम इस समय चार चुनौतियों का सामना कर रहे हैं - कोविड-19, लॉकडाउन, प्रवासी मजदूरों से जुड़े मुद्दे और अब चक्रवाती आपदा। जिले के काकद्वीप में समीक्षा बैठक करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि चक्रवात अम्फान के कारण तबाही राष्ट्रीय आपदा से अधिक है। बनर्जी ने कहा कि लोगों को जमीनी हकीकत को समझना चाहिए और सहयोग करना चाहिए।200 टीमें कर रही थीं कामममता बनर्जी ने कहा कि अम्फान के कारण राजधानी कोलकाता में ज्यादातर जगहों पर पेड़ गिर गए हैं, जिसके कारण सड़कों पर यातायात ठप्प पड़ गया है। उन्होंने कहा कि सड़कों से पेड़ों को हटाने के लिए कोलकाता में 200 से अधिक टीमें काम कर रही थीं। उन्होंने कहा कि किसी भी आपदा से उबरने में वक्त लगता है।
केंद्र सरकार ने राज्य में भेजी सेनाअम्फान तूफान के कारण बुरी तरह तहस-नहस हुए पश्चिम बंगाल के जरूरी बुनियादी ढांचे और सेवाओं आवश्यक बुनियादी ढांचे और सेवाओं (essential infrastructure and services) की की बहाली के लिए शनिवार को कोलकाता और उसके आस-पास के जिलों में सेना को तैनात किया गया है। एक कॉलम में 35 सैनिक शामिल हैं, जिनमें अधिकारी और जूनियर कमीशन अधिकारी भी होते हैं।
पीएम मोदी ने की अंतरिम राहत सहायता की घोषणामुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को राज्य के दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) से कहा था कि चक्रवात से राज्य में 1 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। वहीं पीएम मोदी ने 1,000 करोड़ रुपये की अंतरिम राहत सहायता की घोषणा की थी। उन्होंने बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी की दोगुनी त्रासदी से निपटने के लिए प्रशंसा भी की थी। बता दें बंगाल पहले से ही कोरोना वायरस बीमारी (कोविड-19) के प्रकोप से जूझ रहा है।
ममता बनर्जी ने कहा, 'मुझे पता है कि लोग परेशान हैं। तबाही के अभी दो दिन हुए हैं, हम भी पूरी कोशिश कर रहे हैं। रात-दिन काम चल रहा। थोड़ा धैर्य रखें। इस महामारी के बीच एक और आपदा आ गई। हम जल्द से जल्द सब कुछ बहाल करने की कोशिश कर रहे हैं।' कोलकाता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जनता की नाराजगी को लेकर सवाल पूछे जाने पर ममता ने कहा, 'मैं बस यही कहना चाहूंगी कि तब आप मेरा सिर काट लेना।'
चार चुनौतियों का सामनाउन्होंने कहा, हम इस समय चार चुनौतियों का सामना कर रहे हैं - कोविड-19, लॉकडाउन, प्रवासी मजदूरों से जुड़े मुद्दे और अब चक्रवाती आपदा। जिले के काकद्वीप में समीक्षा बैठक करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि चक्रवात अम्फान के कारण तबाही राष्ट्रीय आपदा से अधिक है। बनर्जी ने कहा कि लोगों को जमीनी हकीकत को समझना चाहिए और सहयोग करना चाहिए।200 टीमें कर रही थीं कामममता बनर्जी ने कहा कि अम्फान के कारण राजधानी कोलकाता में ज्यादातर जगहों पर पेड़ गिर गए हैं, जिसके कारण सड़कों पर यातायात ठप्प पड़ गया है। उन्होंने कहा कि सड़कों से पेड़ों को हटाने के लिए कोलकाता में 200 से अधिक टीमें काम कर रही थीं। उन्होंने कहा कि किसी भी आपदा से उबरने में वक्त लगता है।
केंद्र सरकार ने राज्य में भेजी सेनाअम्फान तूफान के कारण बुरी तरह तहस-नहस हुए पश्चिम बंगाल के जरूरी बुनियादी ढांचे और सेवाओं आवश्यक बुनियादी ढांचे और सेवाओं (essential infrastructure and services) की की बहाली के लिए शनिवार को कोलकाता और उसके आस-पास के जिलों में सेना को तैनात किया गया है। एक कॉलम में 35 सैनिक शामिल हैं, जिनमें अधिकारी और जूनियर कमीशन अधिकारी भी होते हैं।
पीएम मोदी ने की अंतरिम राहत सहायता की घोषणामुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को राज्य के दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) से कहा था कि चक्रवात से राज्य में 1 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। वहीं पीएम मोदी ने 1,000 करोड़ रुपये की अंतरिम राहत सहायता की घोषणा की थी। उन्होंने बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी की दोगुनी त्रासदी से निपटने के लिए प्रशंसा भी की थी। बता दें बंगाल पहले से ही कोरोना वायरस बीमारी (कोविड-19) के प्रकोप से जूझ रहा है।