Zoom News : Jul 08, 2021, 08:47 PM
पश्चिम बंगाल | भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और मौजूदा बीसीसीआई चीफ सौरव गांगुली 49 साल के हो गए हैं। गुरुवार को उनके जन्मदिन उनके कई प्रशंसकों ने उन्हें जन्मदिम की बधाई दी। कई राजनीतिक और अन्य क्षेत्रों से जुड़ी हस्तियों ने भी सौरव गांगुली को उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं दीं। इस बीच एक तस्वीर सबसे खास नजर आई जब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, सौरव गांगुली को उनके जन्मदिन की बधाई देने उनके घर पहुंची थीं। जो तस्वीर सामने आई है उसमें नजर आ रहा है कि ममता बनर्जी अपने हाथों से फूल का गुलदस्ता पूर्व कप्तान को थमा रही हैं। सौरव गांगुली बड़ी विनम्रता के साथ ममता बनर्जी का अभिवादन भी करते नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि ममता बनर्जी और सौरव गांगुली के बीच करीब एक घंटे तक यह मुलाकात चली। हालांकि, इस मुलाकात में क्या बातचीत हुई यह सामने नहीं आ सका है।लेकिन इस तस्वीर को लेकर कई राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं। दरअसल हाल ही में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव खत्म हुए हैं और दीदी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस सरकार की राज्य में वापसी हुई है। हालांकि, इस चुनाव से पहले सौरव गांगुली के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें भी काफी तेज हो गईं थीं। इसी साल मार्च के महीने में जब एक न्यूज चैनल ने सौरव गांगुली से राजनीति ज्वायन करने के विषय पर सवाल पूछा था तब सौरव ने बांग्ला में जवाब दिया था कि 'सोबई सोब किछुर जोन्यो होय ना।' इसका मतलब कि हर कोई, हर एक रोल के लिए नहीं बना होता है।उनके इस बयान के बाद से राजनीतिक जानकार कयास लगा रहे थे कि इशारों-इशारों में सौरव ने बीजेपी को 'ना' कह दिया है। चुनाव से पहले जब बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने अपनी जीत का दंभ भरते हुए कहा था कि बंगाल में मुख्यमंत्री कोई बंगाली ही होगा बाहरी नहीं तब उस वक्त यह कयास लगाए जा रहे थे कि पार्टी सौरव गांगुली को सीएम पद का उम्मीदवार बना सकती है। दीदी के साथ हैं 'दादा'?हालांकि, सौरव गांगुली की 'ममता दीदी' से भी नजदीकियां किसी से छिपी नहीं हैं। यह पहला मौका नहीं है जब ममता बनर्जी और सौरव गांगुली को एक साथ देखने के बाद सियासी कयास लगाए जा रहे हैं। इससे पहले जब जनवरी में सौरव गांगुली को सीने में दर्द की शिकायत हुई थी और वो एंजियोप्लास्टी से गुजरे थे तब उस वक्त भी ममता बनर्जी ने अस्पताल जाकर सौरव और उनकी पत्नी डोना गांगुली से मुलाकात की थी। विधानसभा चुनाव में बीजेपी की करारी शिकस्त देकर ममता बनर्जी तीसरी बार बंगाल की सीएम बनी हैं।राजभवन में आयोजित हुए शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित अतिथियों में सौरव गांगुली का भी नाम शामिल था। सौरव गांगुली उस शपथ समारोह में शामिल भी हुए थे। सौरव गांगुली का ममता बनर्जी से काफी पुराना संपर्क रहा है। ममता बनर्जी सौरव गांगुली को अकादमी बनाने के लिए न्यूटाउन में जमीन भी आवंटित की थी, हालांकि बाद में उन्होंने वह जमीन वापस कर दी थी। बहरहाल क्या सौरव गांगुली तृणमूल कांग्रेस के साथ जाएंगे या नहीं? अभी इस सवाल पर पूर्व कप्तान की तरफ से कुछ भी नहीं कहा गया है लेकिन राजनीति में अलग-अलग तस्वीरों के मायने भी अलग-अलग लगाए जाते हैं। जन्मदिन पर घर जाकर क्या दादा को गुलदस्ता देकर दीदी उन्हें राजनीतिक पिच पर 'बोल्ड' कर पाएंगी? यह तो आने वाले समय ही बताएगा।