Zoom News : Jul 30, 2020, 12:22 PM
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी Maruti Suzuki India (MSI), मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ने बुधवार को कहा कि उसे चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में एकल आधार पर 249.4 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ।
इस दौरान कारोना वायरस महमारी की रोकथाम के लिए लगाए गए ‘लॉकडाउन’ के चलते उसकी बिक्री काफी घट गयी थी। एमएसआई के वक्तव्य में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2019-2020 की इसी तिमाही में कंपनी ने 1,435.5 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया था।
कंपनी ने कहा कि अप्रैल-जून 2020 तिमाही में उसकी कुल बिक्री 3,677.5 करोड़ रपये रही जो कि एक साल पहले की इसी तिमाही में 18,735.2 करोड़ रुपये रही थी।
चालू वित्त वर्ष की इस पहली तिमाही में कंपनी ने कुल 76,599 वाहनों की बिक्री की। इसमें से 67,027 वाहन घरेलू बाजार में बेचे गए जबकि 9,572 कारों का निर्यात किया गया। वहीं पिछले साल इसी तिमाही की यदि बात की जाए तो कंपनी ने कुल 4,02,594 वाहन बेचे थे।
कंपनी ने कहा, "वैश्विक महामारी कोविड-19 के चलते कंपनी के इतिहास की यह अप्रत्याशित तिमाही रही। सरकार द्वारा लागू 'लॉकडाउन' का पालन करते हुए इस तिमाही के बड़े हिस्से में कंपनी के कारखानों में न तो कोई उत्पादन हुआ और न ही कोई बिक्री हुई।"
उसने कहा कि मई में मामूली स्तर पर उत्पादन और बिक्री का काम शुरू हो पाया। कंपनी ने कहा कि उसकी पहली प्राथमिकता उसके कर्मचारियों, उसके ग्राहकों सहित समूची मूल्य श्रृंखला में उसके सहयोगियों की स्वास्थ्य, सुरक्षा और बेहतरी है।
इस दौरान कारोना वायरस महमारी की रोकथाम के लिए लगाए गए ‘लॉकडाउन’ के चलते उसकी बिक्री काफी घट गयी थी। एमएसआई के वक्तव्य में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2019-2020 की इसी तिमाही में कंपनी ने 1,435.5 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया था।
कंपनी ने कहा कि अप्रैल-जून 2020 तिमाही में उसकी कुल बिक्री 3,677.5 करोड़ रपये रही जो कि एक साल पहले की इसी तिमाही में 18,735.2 करोड़ रुपये रही थी।
चालू वित्त वर्ष की इस पहली तिमाही में कंपनी ने कुल 76,599 वाहनों की बिक्री की। इसमें से 67,027 वाहन घरेलू बाजार में बेचे गए जबकि 9,572 कारों का निर्यात किया गया। वहीं पिछले साल इसी तिमाही की यदि बात की जाए तो कंपनी ने कुल 4,02,594 वाहन बेचे थे।
कंपनी ने कहा, "वैश्विक महामारी कोविड-19 के चलते कंपनी के इतिहास की यह अप्रत्याशित तिमाही रही। सरकार द्वारा लागू 'लॉकडाउन' का पालन करते हुए इस तिमाही के बड़े हिस्से में कंपनी के कारखानों में न तो कोई उत्पादन हुआ और न ही कोई बिक्री हुई।"
उसने कहा कि मई में मामूली स्तर पर उत्पादन और बिक्री का काम शुरू हो पाया। कंपनी ने कहा कि उसकी पहली प्राथमिकता उसके कर्मचारियों, उसके ग्राहकों सहित समूची मूल्य श्रृंखला में उसके सहयोगियों की स्वास्थ्य, सुरक्षा और बेहतरी है।