धर्म / मास दुर्गाष्टमी: दुर्गाष्टमी और श्री राधाष्टमी व्रत आज, जानें इनका महत्व

Live Hindustan : Sep 06, 2019, 07:41 AM
हिन्दू कैलेंडर के व्रत और त्योहार के अनुसार आज दुर्गाष्टमी और श्री राधाअष्टमी है। यह पर्व भाद्रपद मास शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। दुर्गाष्टमी का यह व्रत मास दुर्गा अष्टमी के रूप में मनाया जाएगा। जोकि प्रतिमाह की अष्टमी को आता है। मान्यता है हर महीने दुर्गा अष्टमी को व्रत करने वालों को शरद नवरात्रि की अष्टमी को होने वाले व्रत के बराबर पुण्य लाभ होता है। हालांकि शरद नवरात्रि की अष्टमी को महाष्टमी के रूप में जाना जाता है। मास अष्टमी के दिन उपासक व्रत रखने के साथ मां दुर्गा की पूजा आराधना करते हैं। अस दिन को मासिक दुर्गा अष्टमी, दुर्गाष्टमी या मास दुर्गाष्टमी के रूप में जाना जाता है।

श्री राधा अष्टमी भी आज-

भाद्रपद शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को बरसाने में राधा जी का जन्म हुआ था। इसलिए इसे राधाष्टमी के नाम से जाना जाता है।  यह कृष्ण जन्माष्टमी के ठीक 15 दिन बाद मनाया जाता है। राधा जी के जन्मस्थान बरसाना में आज छह सितंबर को राधा जन्मोत्सव मनाया जाएगा।

इस दिन लोग व्रत करते हैं, यह व्रत खासतौर पर पति और बेटे की लंबी उम्र के लिए और परिवार की खुशहाली एवं संतान सुख के लिए किया जाता है। कई जगह यह भी मान्यता है कि कृष्ण जन्माष्टमी के ठीक 15 दिन बाद मनाया जाता है।

बरसाना के लाड़िली जी मंदिर सहित अन्य सभी मंदिरों को विशेष रूप से सजाया गया है। बरसाना, नन्दगांव तथा रावल में राधा जन्मोत्सव की तैयारियां चरम पर हैं। एक मान्यता के अनुसार रावल को राधारानी का मूल जन्मस्थान माना जाता है। आज बरसाना के निकटस्थ ऊॅंचागांव में राधारानी की सबसे प्रिय सखी ललिता का जन्मदिन मनाया जा रहा है।  

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