देश / लॉकडाउन में घर बैठे मंत्री जी काट रहे हैं बच्चों के बाल, वीडियो हुआ वायरल

कोरोना संक्रमण के चलते देशभर में लॉकडाउन है। ऐसे में नेता-मंत्री भी अपने घरों में ही कैद होकर रह गए हैं। इस दौरान वे भी घर के कामों से बच नहीं सके। ऐसा ही एक उदाहरण उत्तर प्रदेश में देखने को मिला। सूबे के शिक्षा राज्य मंत्री सतीश द्विवेदी का एक वीडियो वायरल हो गया है जिसमें वे अपने बेटे और बेटी के बाल काटते दिख रहे हैं।

News18 : Apr 20, 2020, 10:50 AM
लखनऊ। कोरोना (Corona) संक्रमण के चलते देशभर में लॉकडाउन है। ऐसे में नेता-मंत्री भी अपने घरों में ही कैद होकर रह गए हैं। इस दौरान वे भी घर के कामों से बच नहीं सके। ऐसा ही एक उदाहरण उत्तर प्रदेश में देखने को मिला। सूबे के शिक्षा राज्य मंत्री सतीश द्विवेदी का एक वीडियो वायरल हो गया है जिसमें वे अपने बेटे और बेटी के बाल काटते दिख रहे हैं। इस वीडियो के वायरल होने के बाद द्विवेदी ने कहा कि उनके बच्चों के बाल काफी बड़े हो गए थे और लॉकडाउन के चलते घर से बाहर निकलना संभव नहीं था, ऐसे में उन्होंने खुद ही बच्चों के बाल काटने का निर्णय किया।

बेटी के सही नहीं कटे बाल

द्विवेदी ने बताया कि पहले उन्होंने अपनी चार साल की बेटी सुकृति के बाल काटे लेकिन वे सही से नहीं कट सके। लेकिन बेटे के बाल काटने तक उनके हाथ सध गए थे इसलिए आठ साल के बेटे कार्तिकेय के बाल बिल्कुल ठीक कटे। अब शिक्षा राज्य मंत्री का बाल काटते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिस पर कई तरह के रिएक्‍शन भी आ रहे हैं।

पत्नी ने बनाया वीडियो

द्विवेदी ने बताया कि बच्चों के बाल काटते हुए उनका वीडियो उनकी पत्नी ने बनाया था। वे अपने रिश्तेदारों और परिचितों के साथ इसे शेयर करना चाहती थीं। बाद में जब मैंने इस वीडियो को देखा तो मैंने भी इसे शेयर कर दिया। उन्होंने बताया कि उनकी ओर से बाल काटने पर बच्चे भी काफी खुश दिखे।

योगा और रामयण से होता है दिन शुरू

उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दौरान उनका दिन योगा से शुरू होता है और फिर वे टीवी पर रामयण देखते हैं। इसके बाद वे अपने विधानसभा क्षेत्र इटावा की जनता से फेसबुक लाइव के जरिए जुड़ते हैं। द्विवेदी ने बताया कि वे 24 मार्च से ही सुबह 11 से 12 बजे के बीच लोगों से फेसबुक लाइव पर बात करते हैं और उनकी समस्याएं सुनते हैं। इसके बाद वे टीवी पर महाभारत देखते हैं। बाद में 1 से 6 बजे तक वे फिर अपने विधानसभा क्षेत्र के लोगों से जुड़ते हैं।

न्य राज्यों के लोगों की भी मदद

उन्होंने बताया कि सिद्धार्थनगर के ज्यादातर मजदूर लुधियाना, पुणे, मुंबई, बेंगलूरु, हैदराबाद और अन्य जगहों पर अटके हैं। ज्यादातर उन्हीं लोगों के फोन आते हैं और वे अपनी समस्याएं बताते हैं। जिसके बाद उनकी लोकेशन और फोन नंबर को वे नोट कर के संबंधित राज्य में यूपी सरकार की ओर से नियुक्त नोडल ऑफिसर को दे देते हैं जिससे लोगों की समस्याएं सुलझाई जा सकें। द्विवेदी क्योंकि सोनभद्र जिले के इनचार्ज भी हैं इसलिए रात को वहां मौजूद अधिकारियों और पार्टी ऑफिस से पूरे दिन की रिपोर्ट लेते हैं और जरूरी दिशा निर्देश देते हैं।