Rajasthan Crisis Live / पायलट खेमे के MLA ने अयोग्यता नोटिस को दी हाईकोर्ट में चुनौती, संशोधित याचिका के बाद डबल बैंच करेगा सुनवाई

Zoom News : Jul 16, 2020, 02:32 PM

जयपुर. राजस्थान में मचे सियासी घमासान (Political storm) के बीच उठापटक लगातार जारी है. सचिन पायलट (Sachin Pilot) और समर्थक विधायकों ने स्पीकर की ओर से भेजे गए अयोग्यता नोटिस को राजस्थान हाईकोर्ट में चुनौती दी है. पायलट समेत 18 विधायकों ने याचिका में स्पीकर के नोटिस को रद्द करने की मांग की। जज सतीश चंद्र शर्मा की कोर्ट में ऑनलाइन सुनवाई हुई। इस दौरान पायलट गुट ने याचिका में संशोधन के लिए समय मांगा। इसके बाद 5 बजे सुनवाई शुरू हुई।

विधानसभा स्पीकर के नोटिस के खिलाफ सचिन पायलट खेमा गुरुवार को हाईकोर्ट पहुंच गया। इससे पहले कोर्ट में विधानसभा स्पीकर की तरफ से अभिषेक मनु सिंघवी ने अपना पक्ष रखा। वहीं, बागी विधायकों की दलीलें हरीश साल्वे और मुकुल रोहतगी ने रखीं। हरीश साल्वे ने कहा कि सदन से बाहर की कार्रवाई के लिये अध्यक्ष नोटिस जारी नहीं कर सकते। नोटिस की संवैधानिक वैधता नहीं है। इस दौरान कोर्ट से दो जजों की बेंच की मांग की गई।


स्पीकर ने 17 जुलाई तक जवाब देने को कहा

बुधवार को स्पीकर डॉ. सीपी जोशी ने सचिन पायलट समेत 19 कांग्रेस विधायकों को नोटिस भेजकर 17 जुलाई तक जवाब देने को कहा है। चीफ व्हिप महेश जोशी ने विधानसभा सचिवालय में शिकायत की थी कि ये विधायक पार्टी विधायक दल की बैठक से बिना सूचना दिए गैरहाजिर रहे, जबकि पार्टी ने व्हिप जारी किया था। इन पर एंटी डिफेक्शन लाॅ (दल-बदल कानून) लागू होता है। इसके तहत विधायकों की सदस्यता खत्म किए जाने का प्रावधान है। सचिन पायलट, रमेश मीणा, विश्वेंद्रसिंह, दीपेंद्रसिंह, भंवरलाल शर्मा, हेमाराम चौधरी, मुकेश भाकर, हरीश मीणा समेत 19 विधायकों को नोटिस भेजे गए थे।


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) और उनके प्रतिद्वंद्वी सचिन पायलट (Sachin Pilot) खेमे के बीच हो रही रस्साकसी में अब दो बड़े अपडेट सामने आए हैं. सूत्रों की मानें तो पायलट खेमे पर विधायकों को बंधक बनाने को लेकर मामला दर्ज हो सकता है. पायलट खेमे में शामिल बागी विधायकों में से कुछ के परिजन इसको लेकर एफआईआर दर्ज करवा सकते हैं. वहीं खबर यह भी आ रही है कि जयपुर से 3 और विधायक पायलट खेमे में पहुंच गए हैं. पायलट केंप की अर्जी पर सुनवाई टल गई है। इस पर राजस्थान हाईकोर्ट के जस्टिस खेमे ने कहा कि मामले की सुनवाई डबल बैंच द्वारा की जानी चाहिए, क्योंकि यह संवैधानिक इश्यू है। 


सूत्रों के अनुसार विधायकों को बंधक बनाने के मामले में हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर करने पर भी चर्चा चल रही है. सत्ता खेमे के रणनीतिकार, विधायकों को बंधक बनाने के आरोप में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर करने पर विचार कर रहे हैं. हालांकि पायलट खेमे के ऐसे कौन से विधायक हैं उनका अभी तक नाम तो सामने नहीं आया है, लेकिन इसको लेकर सुगबुगाहटें जरूर तेज हो रही हैं. विधायकों की बाड़ाबंदी का आज चौथा दिन है.


ये 3 विधायक और मानेसर पहुंचे

इस बीच 3 और विधायकों के जयपुर से दिल्ली पहुंचने की सूचना है. इनमें दो विधायक बीटीपी के राजकुमार और रामप्रसाद हैं. वहीं एक विधायक माकपा के गिरधारी लाल हैं. ये तीनों रात को जयपुर से मानेसर पहुंचे बताए जा रहे हैं और फिलहाल सचिन समर्थक विधायकों के साथ होटल में मौजूद हैं. सचिन गुट का दावा है कि अब उनके पास 25 विधायक हैं. इनमें 19 विधायक कांग्रेस के, 3 निर्दलीय, 2 बीटीपी और 1 माकपा का है


दोनों खेमों के विधायकों की संख्या को लेकर अपने-अपने दावे हैं

उल्लेखनीय है कि गहलोत सरकार पर आए सियासी संकट के बाद से बीते 4 दिनों से विधायकों की बाड़ाबंदी चल रही है. गहलोत समर्थक विधायक और मंत्री जयपुर के समीप एक लग्जरी होटल में डटे हैं. वहीं पायलट खेमे के विधायक एनसीआर के मानेसर स्थित होटल में जमा हैं. दोनों खेमों के विधायकों की संख्या को लेकर अपने-अपने दावे हैं. फिलहाल सत्ता का संघर्ष जारी है. इस बीच पार्टी से बगावत करने वाले सचिन पायलट समेत उनके समर्थकों को दिए गए नोटिस पर भी जमकर बवाल मचा हुआ है

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