Zoom News : Dec 24, 2019, 01:52 PM
नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने आम जनता को किफायती दरों पर हवाई यात्रा उपलब्ध कराने के मकसद से 21 अक्टूबर 2016 को क्षेत्रीय संपर्क योजना (उड़ान) का शुभारंभ किया था। योजना के शुरूआत के वक्त पीएम मोदी ने कहा था कि उड़ान योजना हवाई चप्पल वालों को हवाई सफर करने का मौका देगी। अब केंद्र सरकार की तरफ से उड़ान योजना के तहत हवाई यात्रा करने वालों का डेटा जारी किया गया है। मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन के मुताबिक अब तक इस योजना के तहत देश के करीब 35 लाख लोगों ने सस्ती हवाई यात्रा की है।हवाई अड्डों को विकास में 300 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च
सरकारी आंकड़ों की मानें, तो चालू वित्त वर्ष में नवंबर तक हवाई अड्डों के बुनियादी ढांचे को विकसित करने पर 300 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है। 2019 में उड़ान योजना के तहत अब तक 10 नए हवाई अड्डों से परिचालन शुरू किया गया है, जिसमें जिसमें से चार हवाई अड्डों (लीलाबाड़ी, बेलगाम , पंतनगर और दुर्गापुर) पर अपेक्षा से कम हवाई सेवाएं संचालित की जाती थीं और 6 पर कोई भी हवाई सेवाएं परिचालित नहीं की जाती थीं. इनमें कुल्लू, कलबुर्गी, कन्नर, दीमापुर , हिंडन और पिथौरागढ़ शामिल है। इस दौरान 335 हवाई मार्गों पर उड़ान के लिए अनुमति दी गई जो 33 हवाई अड्डों को कवर करते हैं।
सरकारी आंकड़ों की मानें, तो चालू वित्त वर्ष में नवंबर तक हवाई अड्डों के बुनियादी ढांचे को विकसित करने पर 300 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है। 2019 में उड़ान योजना के तहत अब तक 10 नए हवाई अड्डों से परिचालन शुरू किया गया है, जिसमें जिसमें से चार हवाई अड्डों (लीलाबाड़ी, बेलगाम , पंतनगर और दुर्गापुर) पर अपेक्षा से कम हवाई सेवाएं संचालित की जाती थीं और 6 पर कोई भी हवाई सेवाएं परिचालित नहीं की जाती थीं. इनमें कुल्लू, कलबुर्गी, कन्नर, दीमापुर , हिंडन और पिथौरागढ़ शामिल है। इस दौरान 335 हवाई मार्गों पर उड़ान के लिए अनुमति दी गई जो 33 हवाई अड्डों को कवर करते हैं।