देश / इस देश में कोरोना से जितने मरे उससे अधिक पुलिस ने लॉकडाउन में ली जान

दुनिया के काफी देशों में इस वक्त कोरोना वायरस से बचाव के लिए लॉकडाउन किया गया है। कई जगहों से लॉकडाउन तोड़ने की खबरें भी आई हैं। वहीं, अमेरिका के कुछ शहरों में लोगों ने सड़क पर उतरकर लॉकडाउन का विरोध किया है। लेकिन नाइजीरिया में लॉकडाउन को लेकर 18 लोगों की जान चली गई है।

AajTak : Apr 18, 2020, 12:18 PM
दिल्ली: दुनिया के काफी देशों में इस वक्त कोरोना वायरस से बचाव के लिए लॉकडाउन किया गया है। कई जगहों से लॉकडाउन तोड़ने की खबरें भी आई हैं। वहीं, अमेरिका के कुछ शहरों में लोगों ने सड़क पर उतरकर लॉकडाउन का विरोध किया है। लेकिन नाइजीरिया में लॉकडाउन को लेकर 18 लोगों की जान चली गई है। 

डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, लॉकडाउन के नियमों का पालन कराने को लेकर नाइजीरिया की पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों ने 18 लोगों की हत्या कर दी है। जबकि घटना के वक्त तक कोरोना वायरस से नाइजीरिया में सिर्फ 12 लोगों की मौतें हुई थीं। वहीं, शनिवार सुबह तक कोरोना से मरने वालों की संख्या नाइजीरिया में 17 हो गई है।

लोगों की हत्या का खुलासा तब हुआ जब आम लोगों ने नेशनल ह्यूमन राइट्स कमिशन को घटना से जुड़े वीडियो भेजे। कमिशन का कहना है कि 30 मार्च को लॉकडाउन किए जाने से अब तक 18 लोगों को सुरक्षा बलों ने मार दिया है। 

नाइजीरिया में अब तक कोरोना संक्रमण के 493 मामले सामने आए हैं। लेकिन देश में ये डर बना हुआ है कि वायरस का संक्रमण सघन आबादी में तेजी से फैल सकता है। नाइजीरिया की आबादी करीब 20 करोड़ है। 

नाइजीरिया की पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों की छवि क्रूर एजेंसी की रही है। काउंसिल ऑफ फॉरेन रिलेशन्स के मुताबिक, बीते एक साल में देश की एजेंसियों ने करीब 1476 लोगों की हत्या कर दी।

ह्यूमन राइट्स कमिशन ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि उन्हें पता चला है कि लॉकडाउन के दौरान आठ अलग-अलग घटनाओं में 18 लोगों की हत्या कर दी गई।

कमिशन का कहना है कि नाइजीरिया के 36 में से 24 राज्यों से उनके पास 100 से अधिक शिकायतें पहुंचीं। वहीं, नाइजीरिया के सुरक्षा बलों ने ह्यूमन राइट्स कमिशन की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया नहीं दी है।