दावा / ज्यादातर लोगों को नहीं होगी कोरोना की दवा की जरूरत, जानिए कब खत्म होगी महामारी

Live Hindustan : Jul 02, 2020, 10:52 PM
Coronavirus: दुनियाभर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर ने दावा किया है कि कोरोना की दवा की जरूरत सभी लोगों को नहीं होगी। कोरोना वायरस के चलते अब तक एक करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं।

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर सुनेत्रा गुप्ता कोरोना पर लगाम लगाने के लिए लागू किए जाने वाले लॉकडाउन के पक्ष में नहीं हैं। इस वजह से उनका नाम 'प्रोफेसर रिओपन' तक रख दिया गया। हमारे सहयोगी अंग्रेजी अखबार 'हिन्दुस्तान टाइम्स' के साथ बात करते हुए प्रोफेसर गुप्ता ने बताया कि अधिकांश लोगों को कोविड-19 वैक्सीन की आवश्यकता क्यों नहीं है और कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन एक दीर्घकालिक समाधान नहीं है। 

प्रोफेसर ने कहा, 'अब तक हमने देखा है कि सेहतमंद लोग जोकि बुजुर्ग नहीं है और बीमारी नहीं है, उन्हें इस वायरस से ज्यादा चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। उनके लिए यह सिर्फ अन्य बुखार जैसा ही है।' उन्होंने कहा कि जब तक टीका/वैक्सीन अस्तित्व में आएगा, तब इसका इस्तेमाल जरूरतमंदों पर होगा। हममें से ज्यादातर लोगों को कोरोना वायरस के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है। 

प्रोफेसर गुप्ता ने आगे कहा कि उन्हें लगता है कि कोरोना वायरस महामारी प्राकृतिक तरीके से खत्म हो जाएगी और हमारे जीवन का इंफ्लुएंजा की तरह हिस्सा बनी रहेगी। उन्होंने कहा, 'उम्मीद है कि इन्फ्लूएंजा की तुलना में कम मौत हो सकती है। मुझे लगता है कि कोरोना वायरस के लिए एक टीका बनाना काफी आसान है।' 

लंबे समय तक नहीं लागू किया जा सकता लॉकडाउन

प्रोफेसर गुप्ता ने कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लॉकडाउन को एक बेहतर उपाय जरूर बताया, लेकिन उन्होंने कहा कि इसे लंबे समय तक के लिए लागू नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा, 'लॉकडाउन वायरस को दूर रखने के लिए एक समझदार उपाय है, लेकिन बिना दवा के ज्यादा समय तक इसको दूर नहीं रखा जा सकता है।'

दुनिया में एक करोड़ से ज्यादा संक्रमित

दुनियाभर में कोरोना वायरस के चलते एक करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। आंकड़ों के अनुसार, 10,861,070 लोग कोरोना से बीमार हो चुके हैं, जबकि अब तक 520,177 लोगों की मौत हुई है। वहीं, भारत में भी गुरुवार को कोरोना वायरस से संक्रमित कुल मरीजों का आंकड़ा छह लाख के पार पहुंच चुका है।

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