Zee News : Apr 16, 2020, 03:51 PM
नई दिल्ली: तीन बार नेशनल अवार्ड जीत चुकीं फैशन डिजाइनर नीता लुल्ला (Designer Neeta Lulla) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के गमछा लेने पर एक VIDEO में अपनी बात कही है। डिजाइनर नीता लुल्ला का मानना है कि मोदी जी ने गमछा लेकर भारतीय संस्कृति को पूरे विश्व के सामने ला दिया है। मोदी जी के गमछे के बारे में नीता लुल्ला ने और क्या कहा आइए आपको बताते हैं।
नीता लुल्ला ने कहा है कि आज 14 अप्रैल को अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गमछा मुंह पर लगाकर गमछे को नया महत्व दे दिया है। नीता लुल्ला का यह मानना है कि गमछा पहनने का अंडरलाइन मैसेज यह था कि मास्क ना मिलने पर अपने घर में जो भी चीज अवेलेबल है, आसानी से जो भी कपड़ा घर में है उसे मुंह पर लगा लिया जाए। जिसे पहनने से आपको तकलीफ ना हो और वायरस से भी आप बच सकें। सोशल डिस्टेंसिंग भी मेंटेन हो।
नीता आगे कहती हैं कि गमछा हमारी पोषाकी सभ्यता का काफी पुराना हिस्सा है। बहुत लोग इसे पहनना पसंद करते हैं। नीता का यह मानना है कि उत्तर से लेकर दक्षिण तक गमछा पहनने की प्रथा रही है। गमछा ऑर्गेनिक कॉटन का बना होता है या फिर खादी में बनाया जाता है। यह पसीना अच्छे से सोखता है। काफी आरामदायक होता है इसीलिए गर्मियों में भी यह लोगों के लिए आरामदायक रहेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने गमछे को लेकर एक बार फिर साबित कर दिया है कि भारतीय संस्कृति और पोशाखई परंपरा को खंगालने और कल्चर से भी काफी कुछ अनुसरण कर हम एक कोरोनावायरस के खिलाफ जंग को देखकर लड़ सकते हैं।
नीता लुल्ला ने कहा है कि आज 14 अप्रैल को अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गमछा मुंह पर लगाकर गमछे को नया महत्व दे दिया है। नीता लुल्ला का यह मानना है कि गमछा पहनने का अंडरलाइन मैसेज यह था कि मास्क ना मिलने पर अपने घर में जो भी चीज अवेलेबल है, आसानी से जो भी कपड़ा घर में है उसे मुंह पर लगा लिया जाए। जिसे पहनने से आपको तकलीफ ना हो और वायरस से भी आप बच सकें। सोशल डिस्टेंसिंग भी मेंटेन हो।
नीता आगे कहती हैं कि गमछा हमारी पोषाकी सभ्यता का काफी पुराना हिस्सा है। बहुत लोग इसे पहनना पसंद करते हैं। नीता का यह मानना है कि उत्तर से लेकर दक्षिण तक गमछा पहनने की प्रथा रही है। गमछा ऑर्गेनिक कॉटन का बना होता है या फिर खादी में बनाया जाता है। यह पसीना अच्छे से सोखता है। काफी आरामदायक होता है इसीलिए गर्मियों में भी यह लोगों के लिए आरामदायक रहेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने गमछे को लेकर एक बार फिर साबित कर दिया है कि भारतीय संस्कृति और पोशाखई परंपरा को खंगालने और कल्चर से भी काफी कुछ अनुसरण कर हम एक कोरोनावायरस के खिलाफ जंग को देखकर लड़ सकते हैं।