IND vs NZ / दूसरे T20 मैच में शार्दुल ठाकुर की जगह नवदीप सैनी को मिल सकता है मौका, जानिए प्लेइंग 11

Live Hindustan : Jan 25, 2020, 04:04 PM
India vs New Zealand 2nd T20 | भारतीय टीम के रविवार (26 जनवरी) को ईडन पार्क में होने वाले दूसरे टी-20 मुकाबले में विजेता संयोजन में बदलाव करने की संभावना नहीं है, लेकिन गेंदबाजी विभाग में कुछ बदलाव करना हैरानी भरा नहीं होगा। दूसरे टी-20 मैज में शार्दुल ठाकुर की जगह नवदीप सैनी को शामिल किया जा सकता है। हालांकि, सैनी अपनी अतिरिक्त तेजी के कारण इस छोटे मैदान पर ज्यादा रन लुटा सकते हैं।

बल्लेबाजी में विराट कोहली कप्तान के रूप में संतुष्ट थे कि मध्यक्रम ने दबाव में टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन किया। श्रेयस अय्यर ने 29 गेंद में नाबाद 58 रन की पारी खेलकर अपना चौथा स्थान मजबूत कर लिया है। यह दौरे की अच्छी शुरुआत है। भारत ने ऑकलैंड में खेले गए पहले मैच में 204 रन के लक्ष्य को हासिल कर पांच मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली। भारतीय टीम के लिए रवानगी से पहले लगातार फेरबदल करने को लेकर चिंता बनी हुई थी जैसा कि 2019 विश्व कप से पहले वनडे टीम में हुआ था। 

रोहित शर्मा: रोहित शर्मा पिछले कुछ वक्त में टी-20 क्रिकेट में ज्यादा शानदार खेल नहीं दिखा पाए हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ ऑकलैंड में खेले गए पहले टी-20 में वह 7 रन के निजी स्कोर पर आउट गए है। रोहित ने इस मैच में एक छक्का जड़ा और इसके बाद वाली गेंद पर आउट हो गए। पिछले 10 टी-20 मैचों में उन्होंने तीन अर्धशतक जड़े, लेकिन बाकी 7 मैचों में वह सिर्फ 62 रन ही बना पाए। टी-20 वर्ल्ड कप से पहले वह इस फॉर्मेट में फॉर्म में लौटना चाहेंगे। टीम में उनकी ओपनिंग पोजिशन पर कोई सवाल नहीं है।

केएल राहुल (विकेटकीपर): क्या ऐसी कोई स्थिति है, जिसमें केएल राहुल इस समय बल्लेबाजी नहीं कर सकते हैं? अगर 2018 का ऋषभ पंत के लिए था तो वहीं 2020 बतौर  विकेटकीपर-बल्लेबाज केएल राहुल का साल है। उन्होंने खुद को टीम में एक नई भूमिका के रूप में पाया और इस विकेटकीपर की भूमिका को वह एन्ज्वॉय भी कर रहे हैं। उन्हें निचले क्रम के बल्लेबाज के रूप में भी आजमाया गया और उन्होंने 52 गेंदों पर 80 रन बनाकर शानदार प्रदर्शन किया। ऑकलैंड टी-20 में वह बतौर ओपनर उतरे और शानदार अर्धशतक भी जमाया। 

विराट कोहली (कप्तान): भारतीय कप्तान विराट कोहली ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टी-20 में 45 रनों की उपयोगी पारी खेली। पिछले कुछ वनडे मैचों में तीन बार शतक से चूकने के बाद और अब अर्धशतक से चूकने के बाद विराट कोहली भी अपनी फॉर्म में लौटना चाहेंगे। वह दूसरे टी-20 में बड़ा स्कोर हासिल करने के लिए बेताब होंगे।

श्रेयस अय्यर: श्रेयस अय्यर ने एक बार फिर साबित किया कि क्यों कुछ आलोचनाओं के बावजूद उन्हें चयनकर्ताओं का समर्थन हासिल है। उन्होंने पहले टी-20 में 29 गेंदों में नाबाद 58 रनों की मैच विनिंग पारी खेली। उन्हें इस पारी के लिए 'मैन ऑफ द मैच' चुना गया। 

मनीष पांडे: मनीष पांडे भारतीय मध्यक्रम में स्थिरता प्रदान कर सकते थे, जब विकेट गिर रहे हों। वह अय्यर के साथ उस वक्त खड़े हुए, जब ऑकलैंड में भारत के विकेट गिर रहे थे। उनकी फील्डिंग टीम के लिए एक शानदार एसैट है। 

शिवम दुबे: शिवम दुबे शायद बल्ले से कमाल नहीं कर रहे हैं, लेकिन एक गेंदबाज के रूप में उनकी भूमिका से टीम को निश्चित रूप से फायदा हुआ है। यही वजह है कि उन्हें भारत के प्लेइंग इलेवन में लंबे समय तक देखा सकता है। अपना दिन आने पर वह बल्ले से भी विस्फोटक पारी खेल सकते हैं।

रवींद्र जडेजा: निचले क्रम के बल्लेबाज के रूप में रवींद्र जडेजा की भूमिका हार्दिक पांड्या की अनुपस्थिति में काफी बढ़ गई है। वह बॉलर के रूप में भरोसेमंद हैं और मिडिल ओवर्स में इकोनॉमिकली शानदार साबित हो सके हैं। जरूरत पड़ने पर वह निचले क्रम पर उतर कर शानदार हिटिंग शॉट्स भी खेल सकते हैं। कुलदीप यादव की जगह उन्हें प्लेइंग इलेवन में रखना फायदेमंद है। 

नवदीप सैनी: शार्दुल ठाकुर की जगह नवदीप सैनी को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जा सकता है। गेंद के साथ ठाकुर काफी महंगे साबित हुए हैं। वहीं, दूसरी तरफ नवदीप सैनी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नई गेंद से काफी घातक साबित हुए थे। ऐसे में टीम इंडिया एक बदलाव के साथ शार्दुल ठाकुर की जगह नवदीप सैनी को प्लेइंग इलेवन में शामिल कर सकती है। 

मोहम्मद शमी: मोहम्मद शमी ने पहले टी-20 में 13.35 की इकॉनमी से गेंदबाजी की, लेकिन 2019 उनका साल था। और वह कप्तान और चयनकर्ताओं से भरोसा हासिल करने में सफल रहे। दूसरे टी-20 में वह वापसी करना चाहेंगे।

युजवेंद्र चहल: जब सभी गेंदबाजों पर ऑकलैंड में रन पड़ रहे थे तो युजवेंद्र चहल पहले टी-20 आई में किफायती बॉलर बने। उन्होंने 4 ओवर में 8 की इकोनॉमी से 32 रन दिए। 

जसप्रीत बुमराह: टीम में जसप्रीत बुमराह का महत्व स्पष्ट हो जाता है। ऑकलैंड टी-20 में उन्होंने पैर मुड़ने के बाद दर्द के बावजूद ओवर पूरा किया। उनके इस साहस की उनके साथियों, कमेटेटर और फैन्स ने जमकर तारीफ की। डेथ ओवर्स में बुमराह काफी सफल रहे। बुमराह ने पिछले कुछ सालों में भारत के पेस डिपार्टमेंट को लीड किया और वह विदेशी पिचों पर विशेष रूप से प्रभावी साबित हुए हैं।

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