दुनिया / चीन के खिलाफ हिन्द महासागर में उतरी चार देशों की नौसेना, जानिए क्या है वजह

Zoom News : Nov 17, 2020, 09:08 PM
China: भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की नौसेना का हिंद महासागर में युद्धाभ्यास का दूसरा चरण शुरू हो गया है। इसे मालाबार नेवल एक्सरसाइज का नाम दिया गया है। नौसेना अभ्यास के 24 वें संस्करण का दूसरा चरण मंगलवार को उत्तरी अरब सागर में शुरू किया गया है। इस चरण के दौरान, भारतीय नौसेना का विक्रमादित्य एयरक्राफ्ट कैरियर, अमेरिकी नौसेना का निमित्ज़ युद्धक विमान वाहक पोत और ऑस्ट्रेलियाई- जापानी नौसेनाओं के कई फ्रंटलाइन युद्धपोत 17 से 20 नवंबर तक चार दिनों तक समुद्र में युद्ध अभ्यास करेंगे।

निमित्ज अमेरिकी नौसेना का परमाणु ऊर्जा संचालित विमान वाहक पोत है। द्वितीय विश्व युद्ध के समय अमेरिका के प्रशांत बेड़े के कमांडर फ्लीट एडमिरल चेस्टर डब्लू निमित्ज़ के नाम पर इस विमान वाहक युद्ध पोत का नाम रखा गया है। 1,092 फीट (333 मीटर) की लंबाई और 100,000 से अधिक टन (100,000 टी) के पूर्ण-लोड के साथ निमित्ज़ अपनी श्रेणी का सबसे बड़ा युद्धपोत है। इसे साल 2017 में अमेरिकी नौसेना ने अपने बेड़े में शामिल किया था।

वहीं दूसरे चरण के युद्धाभ्यास को लेकर भारतीय नौसेना के प्रवक्ता ने ट्वीट कर बताया कि "मालाबार 2020 चरण 2 के दौरान भारतीय नौसेना कैरियर समूह, ऑस्ट्रेलिया और जापान नौसेना के साथ यूएस नेवी कैरियर स्ट्राइक समूह हिंद महासागर में 17-20 नवंबर तक अभ्यास करेंगे। मुफ्त, मुक्त और समावेशी इंडो पैसिफिक के लिए समुद्री सुरक्षा और सुरक्षा बढ़ाना इसका मुख्य मकसद है।

अभ्यास पर एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है, “अभ्यास मालाबार 2020 के हाल ही में संपन्न चरण 1 के तालमेल को आगे बढ़ाते हुए इस चरण में बढ़ती जटिलता के बीच समन्वित संचालन का अभ्यास करना प्रमुख होगा। पहले चरण का यह अभ्यास 03 से 06 नवंबर तक बंगाल की खाड़ी में आयोजित किया गया था।

एक्सरसाइज मालाबार 2020 का चरण 2 भारतीय नौसेना के विक्रमादित्य कैरियर बैटल ग्रुप और यूएस नेवी के निमित्ज कैरियर स्ट्राइक ग्रुप के आसपास केंद्रित संयुक्त संचालन का गवाह बनेगा। दोनों पोत, अन्य जहाजों, पनडुब्बी और भाग लेने वाले नौसेना के विमानों के साथ, चार दिनों में उच्च तीव्रता वाले अभ्यास में शामिल होंगे।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि इन अभ्यासों में विक्रमादित्य से MIG 29K फाइटरजेट और अमेरिकी नौसेना से  F-18 और E2C हॉकआई द्वारा क्रॉस-डेक उड़ान संचालन और उन्नत वायु रक्षा अभ्यास शामिल हैं। इसके अलावा पनडुब्बी रोधी युद्ध अभ्यास, सीमन्सशिप इवोल्यूशन और हथियार फ़ेरिंग का भी इन देश की नौसेनाओं के बीच अंतर-संचालन और तालमेल को बढ़ाने की कोशिश की जाएगी।

विक्रमादित्य और उसके लड़ाकू हेलीकॉप्टर, स्वदेशी विध्वंसक शिप कोलकाता और चेन्नई के अलावा, स्टील्थ फ्रिगेट शिप तलवार, फ्लीट सपोर्ट शिप दीपक और इंटीग्रल हेलीकॉप्टर भी अभ्यास में भाग लेंगे। इसकी अगुवाई पश्चिमी सेना के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग रियर एडमिरल कृष्ण स्वामीनाथन करेंगे। भारतीय नौसेना के स्वदेशी निर्मित पनडुब्बी खंडेरियन P8I समुद्री टोही विमान भी अभ्यास के दौरान अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करेंगे।

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