Dainik Bhaskar : Feb 16, 2020, 11:03 AM
मोंटाना | अमेरिका के मोंटाना स्थित द नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ऐलर्जी एंड इंफेक्शियस डिसीजेस ने कोरोनावायरस या कोविड-19 की नई तस्वीरें जारी की हैं। ये फोटो स्कैनिंग और ट्रांसमिशन इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोपिक से ली गई हैं। हालांकि, अभी और डिटेल सामने नहीं आई है।अकेले चीन में ही 67535 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इससे मरने वालों की 1631 तक पहुंच गई है। वहीं, चीन से भारत लौटने वाले सभी लोगों को 14 दिन खुद आइसोलेशन में रहना होगा।1716 मेडिकल वर्कर भी वायरस से प्रभावितचीन ने शुक्रवार को पहली बार कोरोनावायरस से प्रभावित चिकित्सकों का भी आंकड़ा जारी किया था। अधिकारियों के मुताबिक, मरीजों का इलाज करते हुए अब तक 1716 मेडिकल वर्कर वायरस से प्रभावित हुए हैं।6 डॉक्टर्स की भी मौत हो चुकी है।चीन ने संक्रमितों के उपचार के लिए प्रोटो प्लाज्मा विकसित कियाचीनी वैज्ञानिकों ने कोरोनावायरस (कोविड-19) की चपेट में आए और बाद में ठीक हो गए मरीजों से प्रोटो प्लाजा जैविक तत्व विकसित किया है। इसका इस्तेमाल कोरोनावायरस के मरीजों के उपचार में व्यापक तौर पर किया जाएगा।चाइना नेशनल बायोटेक ग्रुप कंपनी के वैज्ञानिकों ने इसे विकसित किया है। जो मरीज इस विषाणु से संक्रमित हुए थे उनके शरीर से इसे निकाला गया है। इसका इस्तेमाल कन्वलसेंट प्लाज्मा और इम्युनोग्लोबिन को बनाने में किया जाएगा।10 मरीजों की सेहत में सुधार दिखावैज्ञानिकों के अनुसार, वुहान के जियांगजिया जिले में आठ फरवरी को गंभीर रूप से बीमार तीन मरीजों को प्लाज्मा उपचार दिया गया। इस समय 10 से ज्यादा गंभीर मरीजों को प्लाज्मा उपचार दिया गया है। जांच में पता चला है कि इसे लेने के 12 से 24 घंटों के बाद मरीजों में काफी सुधार के लक्षण दिखे हैं। उनमें संक्रमण के कारकों में कमी और ब्लड में घुलनशील ऑक्सीजन के स्तर में भी काफी सुधार देखने को मिला है।