विशेष / हवाई सफर का नया ट्रेंड, 'कहीं नहीं जाने' के लिए हजारों-लाखों रुपये दे रहे लोग!

AajTak : Sep 20, 2020, 03:17 PM
विशेष: कोरोना वायरस महामारी की वजह से कई देशों में यात्रा पर पाबंदियां लगी हुई हैं। साथ में कोरोना का डर भी बना हुआ है। लोग हवाई सफर मिस कर रहे हैं। ऐसे में कुछ एयरलाइंस ने अनोखी फ्लाइट्स शुरू की हैं। इन अनोखी फ्लाइट्स में यात्री सफर तो करते हैं, लेकिन पहुंचते कहीं नहीं हैं। 

एयरलाइंस यात्रियों को प्लेन में बिठाती हैं, कुछ घंटे हवा में सफर कराती हैं और फिर उसी एयरपोर्ट पर लाकर छोड़ देती हैं जहां से यात्रियों ने सफर की शुरुआत की थी। ऐसी फ्लाइट्स के लिए लोग हजारों-लाखों रुपये खर्च भी कर रहे हैं। शनिवार को Tigerair Taiwan एयरलाइंस ने ऐसी ही एक फ्लाइट्स में 120 लोगों को यात्रा के अनुभव कराए। इस दौरान विमान ने करीब 2100 किमी की दूरी तय की। 

ताइवान से उड़ान भरकर विमान साउथ कोरिया के हॉलिडे आइलैंड जेजू के पास पहुंचा और फिर वापस ताइवान में लैंड किया। ऐसी फ्लाइट्स प्रमुख दर्शनीय स्थलों के पास कम ऊंचाई पर भी उड़ती हैं ताकि लोग नजारे देख सकें। 

इन फ्लाइट्स में आने से पहले यात्रियों में कोरोना लक्षणों की जांच भी की जाती है। एशिया पैसिफिक एयरलाइंस के मुताबिक, क्षेत्र में महामारी के दौरान हवाई सफर में 97.5 फीसदी की कमी आ गई थी। वहीं, ऐसी फ्लाइट के जरिए एयरलाइंस को भी कुछ आमदनी हो रही है और कुछ पायलटों को लाइलेंस जारी रखने में भी मदद मिलती है। ऑस्ट्रेलिया की Qantas और जापान की All Nipon Aiways भी ऐसी फ्लाइट्स शुरू कर रही हैं। Qantas ने बताया कि इसी हफ्ते 7 घंटे की उसकी Flight to nowhere के टिकट 10 मिनट में ही बिक गए। 

Qantas एयरलाइंस बड़ी खिड़कियों वाले विमान बोइंग 787 ड्रिमलाइनर में लोगों को यात्रा का अनुभव देगी। फ्लाइट 10 अक्टूबर को सिडनी से उड़ान भरेगी और ऑस्ट्रेलिया के ही कई शहरों के ऊपर से गुजरते हुए वापस सिडनी पहुंचेगी। इस फ्लाइट में बिजनेस, प्रीमियम और इकोनॉमी क्लास की 134 सीट हैं जिनके टिकट के दाम 42 हजार रुपये से लेकर 2 लाख रुपये तक थे। 

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