News18 : Apr 07, 2020, 06:15 PM
वेलिंगटन। न्यूज़ीलैंड (New Zealand) में कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार कड़े कदम उठा रही है। लॉकडाउन (Lockdown) का पालन न करने वालों के साथ सख्ती बरत रही है। लेकिन न्यूजीलैंड सरकार के सामने उस वक्त बड़ी अजीब स्थिति पैदा हो गई जब उनकी कैबिनेट का हेल्थ मिनिस्टर ही लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन का दोषी पाया गया। न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा आर्डर्न ने कार्रवाई करते हुए हेल्थ मिनिस्टर डेविड क्लार्क का डिमोशन कर दिया। पीएम ने क्लार्क को कैबिनेट से हटाकर जूनियर रैंक का मंत्री बना दिया।
हेल्थ मिनिस्टर डेविड क्लार्क ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए कहा कि उन्होंने देश के लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन किया। उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसे समय में अपने परिवार के साथ घर के भीतर रहना चाहिए ताकि आम जनता के बीच एक आदर्श स्थापित किया जा सके। लेकिन ऐसे मुश्किल समय में जब सरकार देश से ऐतिहासिक त्याग करने का आग्रह कर रही है तो उन्होंने अपनी टीम का सिर शर्मिंदगी से झुका दिया और निराश किया।
इस घटना के बाद क्लार्क ने खुद को इडियट भी कहा। हालांकि साथ ही ये भी सफाई दी कि उन्होंने समुद्री बीच पर सिर्फ 2 किमी की ड्राइव की जो कि नियमों के तहत आती है। लेकिन सवाल इसलिए भी उठता है कि जनता को कोरोना वायरस को लेकर स्टे एट होम की सलाह देने वाले सरकार के नुमाइंदे ही अपने परिवार के साथ समुद्र के किनारे ड्राइव का लुत्फ़ उठा रहे थे। जिस पर नाराज़ और सख्त न्यूजीलैंड की पीएम जेसिंडा आर्डर्न ने कहा कि, 'गनीमत है कि उन्हें बर्खास्त नहीं किया।'
पीएम जेसिंडा ऑर्डर्न ने कहा कि क्लार्क का केवल पद और अधिकार कम किया गया है लेकिन अगर सामान्य परिस्थितियों में उन्होंने ऐसी हरकत की होती तो उन्हें बर्खास्त कर दिया जाता। जेसिंडा ऑर्डर्न ने कहा कि जो गलत है वो गलत है और उसके लिए कोई बहाना नहीं चल सकता है। साथ ही पीएम जेसिंडा ऑर्डर्न ने ये भी कहा न्यूजीलैंड में कोरोना वायरस की वजह से मौजूदा हालात को देखते हुए वो कोविड19 के खिलाफ लड़ाई में किसी तरह की रुकावट नहीं चाहती हैॆ। तभी सिर्फ इसी वजह से डेविड क्लार्क अपनी पूर्व की जिम्मेदारियों का पहले की तरह निर्वहन करते रहेंगे।
कोरोना वायरस के कहर से जूझ रहे दुनियाभर के कई देशों में लॉकडाउन को लेकर सख्ती बरती जा रही है। जो लोग लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे हैं उनके साथ सख्ती बरती जा रही है। लेकिन न्यूजीलैंड में हेल्थ मिनिस्टर का ही लॉकडाउन तोड़ने के मामले में दोषी पाया जाना न्यूजीलैंड सरकार के लिए बड़ा झटका है। इसी तरह की घटना स्कॉटलैंड में भी हुई थी जहां चीफ मेडिकल ऑफिसर को लॉकडाउन के उल्लंघन में दोषी पाए जाने की वजह से रविवार को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ गया।
हेल्थ मिनिस्टर डेविड क्लार्क ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए कहा कि उन्होंने देश के लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन किया। उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसे समय में अपने परिवार के साथ घर के भीतर रहना चाहिए ताकि आम जनता के बीच एक आदर्श स्थापित किया जा सके। लेकिन ऐसे मुश्किल समय में जब सरकार देश से ऐतिहासिक त्याग करने का आग्रह कर रही है तो उन्होंने अपनी टीम का सिर शर्मिंदगी से झुका दिया और निराश किया।
इस घटना के बाद क्लार्क ने खुद को इडियट भी कहा। हालांकि साथ ही ये भी सफाई दी कि उन्होंने समुद्री बीच पर सिर्फ 2 किमी की ड्राइव की जो कि नियमों के तहत आती है। लेकिन सवाल इसलिए भी उठता है कि जनता को कोरोना वायरस को लेकर स्टे एट होम की सलाह देने वाले सरकार के नुमाइंदे ही अपने परिवार के साथ समुद्र के किनारे ड्राइव का लुत्फ़ उठा रहे थे। जिस पर नाराज़ और सख्त न्यूजीलैंड की पीएम जेसिंडा आर्डर्न ने कहा कि, 'गनीमत है कि उन्हें बर्खास्त नहीं किया।'
पीएम जेसिंडा ऑर्डर्न ने कहा कि क्लार्क का केवल पद और अधिकार कम किया गया है लेकिन अगर सामान्य परिस्थितियों में उन्होंने ऐसी हरकत की होती तो उन्हें बर्खास्त कर दिया जाता। जेसिंडा ऑर्डर्न ने कहा कि जो गलत है वो गलत है और उसके लिए कोई बहाना नहीं चल सकता है। साथ ही पीएम जेसिंडा ऑर्डर्न ने ये भी कहा न्यूजीलैंड में कोरोना वायरस की वजह से मौजूदा हालात को देखते हुए वो कोविड19 के खिलाफ लड़ाई में किसी तरह की रुकावट नहीं चाहती हैॆ। तभी सिर्फ इसी वजह से डेविड क्लार्क अपनी पूर्व की जिम्मेदारियों का पहले की तरह निर्वहन करते रहेंगे।
कोरोना वायरस के कहर से जूझ रहे दुनियाभर के कई देशों में लॉकडाउन को लेकर सख्ती बरती जा रही है। जो लोग लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे हैं उनके साथ सख्ती बरती जा रही है। लेकिन न्यूजीलैंड में हेल्थ मिनिस्टर का ही लॉकडाउन तोड़ने के मामले में दोषी पाया जाना न्यूजीलैंड सरकार के लिए बड़ा झटका है। इसी तरह की घटना स्कॉटलैंड में भी हुई थी जहां चीफ मेडिकल ऑफिसर को लॉकडाउन के उल्लंघन में दोषी पाए जाने की वजह से रविवार को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ गया।