Dainik Bhaskar : Feb 22, 2020, 04:00 PM
लाइफस्टाइल डेस्क. जीवन की एक दुर्घटना कुछ समय के लिए आपको रोक सकती है लेकिन कुछ साबित करने की उम्मीद को खत्म नहीं कर सकती। दिल्ली की फिटनेस एक्सपर्ट निधि मोहन इसी का उदाहरण हैं। कुछ सालों पहले एक्सीडेंट में हाथों की गंभीर चोट के बावजूद बॉडी को फिट बनाया। दूसरों से ज्यादा वजन उठाया। डाइट में सिर्फ शाकाहार खाने को शामिल करके मिसाल कायम की। आज निधि देश की जानी-मानी फिटनेस ट्रेनर हैं और पिछले 14 सालों से फिटनेस और ब्यूटी के क्षेत्र में काम कर रही हैं।3 साल पहले शाकाहारी डाइट फॉलो की
36 साल की निधि पर हमेशा से ही फिटनेस का जुनून सवार था। हाथों में कई तरह की चोट लगने के बाद जब उन्हें वजन उठाने के लिए मना किया गया तो योग को अपने रूटीन में शामिल किया। योगा शुरू करते ही निधि ने अपने खाने पीने के बारे में भी विचार बदल लिए। 3 साल पहले सिर्फ शाकाहारी खाने को डाइट में शामिल किया। दूध, घी, पनीर समेत हर वो चीज़ से दूरी बनाई जो जानवर से बनी हो।
36 साल की निधि पर हमेशा से ही फिटनेस का जुनून सवार था। हाथों में कई तरह की चोट लगने के बाद जब उन्हें वजन उठाने के लिए मना किया गया तो योग को अपने रूटीन में शामिल किया। योगा शुरू करते ही निधि ने अपने खाने पीने के बारे में भी विचार बदल लिए। 3 साल पहले सिर्फ शाकाहारी खाने को डाइट में शामिल किया। दूध, घी, पनीर समेत हर वो चीज़ से दूरी बनाई जो जानवर से बनी हो।
हैवी वर्कआउट के लिए भी नहीं बदला खानपानहैवी वर्कआउट के दौरान कई लोगों ने उन्हें प्रोटीन और कैल्शियम के लिए मांसाहारी लेने की सलाह दी लेकिन उन्होंने दाल और अनाज़ से ही पोषक तत्वों की पूर्ति की। निधी ने फूड और केमिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की हुई है। निधी ने साल 2015 में खुद को पूरी तरह से शाकाहारी कर लिया। कुछ सालों पहले मांसाहारी होने पर वो केवल 50 किलो का ही वज़न उठाती थीं लेकिन डाइट में बदलाव करके अब 80 किलो वज़न उठाना भी उनके लिए बाएं हाथ का खेल बन गया है।
सही तरह का खाना चुनना है जरुरीकई लोगों को भ्रम है कि शाकाहारी खाना खाने से हडि्डयां कमज़ोर होती हैं और शरीर को जरुरी प्रोटीन और पोषक तत्व नहीं मिलते। लेकिन निधी कहती हैं कि दाल और अनाज का सेवन करने से शरीर को जरुरी प्रोटीन मिलता है। हम ज्यादातर ऐसे खाने और अनाज़ का सेवन करते हैं जिसे कई बार प्रोसेस्ड किया जा चुका है। ऐसा अनाज शरीर को कम फायदा पहुंचाता है, इसलिए छिलके वाले और कम प्रोसेस हुए अनाज़ का ही इस्तेमाल करें।दूध के बदले फलियों से लेती हैं प्रोटीन
निधी मोहन के मुताबिक, दो कटोरी फलियों में 700 मिली ग्राम प्रोटीन मिलता है जो रोज़ के ज़रुरी प्रोटीन का 70 प्रतिशत होता है। हैरान कर देने वाली बात यह है कि अगर इसके बदले आप प्रोटीन के लिए दूध का सेवन करेंगे तो आपको आधा लीटर दूध पीना होगा। 36 साल निधि एक पॉपुलर फिटनेस इन्फ्लूएंसर, फूड साइंटिस्ट और पूमा की ब्रांड एंबेस्सेडर भी हैं। वह दिल्ली, हरियाणा और चंडीगढ़ में वेलनेस क्लीनिक भी चलाती हैं।