ABP News : Dec 04, 2019, 05:01 PM
नई दिल्ली: निर्भया केस में एक दोषी विनय शर्मा की दिल्ली सरकार द्वारा खारिज दया याचिका केंद्रीय गृह मंत्रालय को मिल गई है। अब इसे शीघ्र ही राष्ट्रपति भवन को भेजा जाएगा। तिहाड़ जेल में बंद सभी दोषियों में से विनय शर्मा ने राष्ट्रपति के सामने दया याचिका लगाई थी। जिसकी कॉपी दिल्ली सरकार को भेजी गई थी। पिछले दिनों दिल्ली सरकार ने विनय शर्मा को किसी भी तरह की राहत देने से इनकार कर दिया।दया याचिका खारिज करते हुए दिल्ली के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन ने लिखा ''यह बेहद जघन्य अपराध है जिसमें याचिकाकर्ता ने बहुत दरिन्दगी की। यह वह केस है जिसमें एक बेहद सख्त सजा देनी जरूरी है जिससे दूसरे लोग ऐसा अपराध करने से डरें। याचिका में मेरिट नहीं हैं। खारिज करने की सिफ़ारिश करता हूं।''
इस मामले में बाकी तीनों दोषियों अक्षय, पवन और मुकेश ने अभी तक राष्ट्रपति के सामने दया याचिका नहीं लगाई है। एक आरोपी राम सिंह ने तिहाड़ जेल में ही खुदकुशी कर ली थी जबकि छठा नाबालिक दोषी सजा पूरी करके बाहर आ चुका है।16 दिसंबर, 2012 को दक्षिणी दिल्ली के मुनीरका में एक प्राइवेट बस में अपने एक दोस्त के साथ चढ़ी 23 साल की पैरा मेडिकल छात्रा के साथ एक नाबालिग सहित छह लोगों ने चलती बस में गैंगरेप और लोहे के रॉड से क्रूरतम आघात किया गया था। इसके बाद गंभीर रूप से घायल पीड़िता और उसके पुरुष साथी को चलती बस से महिपालपुर में बस से नीचे फेंक दिया गया था। पीड़िता की बाद में इलाज के दौरान मौत हो गई। इस गैंगरेप की घटना ने देश को हिला कर रख दिया था।
इस मामले में बाकी तीनों दोषियों अक्षय, पवन और मुकेश ने अभी तक राष्ट्रपति के सामने दया याचिका नहीं लगाई है। एक आरोपी राम सिंह ने तिहाड़ जेल में ही खुदकुशी कर ली थी जबकि छठा नाबालिक दोषी सजा पूरी करके बाहर आ चुका है।16 दिसंबर, 2012 को दक्षिणी दिल्ली के मुनीरका में एक प्राइवेट बस में अपने एक दोस्त के साथ चढ़ी 23 साल की पैरा मेडिकल छात्रा के साथ एक नाबालिग सहित छह लोगों ने चलती बस में गैंगरेप और लोहे के रॉड से क्रूरतम आघात किया गया था। इसके बाद गंभीर रूप से घायल पीड़िता और उसके पुरुष साथी को चलती बस से महिपालपुर में बस से नीचे फेंक दिया गया था। पीड़िता की बाद में इलाज के दौरान मौत हो गई। इस गैंगरेप की घटना ने देश को हिला कर रख दिया था।