Zoom News : Nov 05, 2020, 08:53 AM
जयपुर | प्रदेश के विभिन्न अंचलों से बैकलाॅग में भर्तियों सहित 5 सूत्रीय मांगों को लेकर एक नवंबर से चल रहा गुर्जरों का आंदोलन बुधवार को भी जारी रहा। 4 दिन बाद भी सरकार और गुर्जरों के बीच कोई समझौता नहीं हो सका। बल्कि अब आंदोलन की आग प्रदेश के दूसरे हिस्सों तक पहुंच गई। पाली, भीलवाड़ा और बूंदी में भी गुर्जरों ने प्रदर्शन किए।इसी बीच, बुधवार को भी लगातार दूसरे दिन सरकार के विशेष दूत बनकर गए वरिष्ठ आईएएस अधिकारी नीरज के. पवन भी आंदोलन खत्म नहीं करवा पाए। वे कर्नल किरोड़ी बैंसला से बात करने बयाना स्थिति पीलूपुरा स्थित रेलवे ट्रैक पर गए, लेकिन देर शाम तक कोई हल नहीं निकला।गुर्जर नेता हरदेव पावटा ने तो यहां तक कह दिया कि हमें पवन पर भरोसा नहीं है। वे हर बार आंदोलन के समय समाज को मांगें पूरी करवाने का भरोसा दिला जाते हैं। लेकिन, होता कुछ नहीं। इधर, आंदोलन के कारण भरतपुर, करौली, स.माधाेपुर और दौसा में इंटरनेट बंद है। जयपुर की 5 तहसील व अलवर में कई जगह पाबंदी है।5 दिन से 6 जिलों में इंटरनेट बंद, अब बोले बैंसला- सरकार इंटरनेट खुलवा दे, गुर्जर उपद्रव नहीं करेंगेकिरोड़ी बैंसला ने सरकार से अपील की कि इन दिनों स्टूडेंट्स की ऑनलाइन क्लासेज चल रही हैं। पिछले एक सप्ताह से इंटरनेट सेवाएं बंद होने की वजह से अन्य लोग भी परेशान हैं। इसलिए इंटरनेट सेवाएं तुरंत प्रभाव से खोल देनी चाहिए। कानून-व्यवस्था को लेकर सरकार चिंता न करें, क्योंकि हम कोई उपद्रव करने वाले नहीं हैं।पहली बार बैंसला ट्रैक छोड़ने को तैयारपहली बार बैंसला ट्रैक छोड़ने को भी तैयार हैं। उन्होंने कहा कि आईएएस पवन को हमने बताया है कि समाज की मांगों के संबंध में जो होम वर्क किया है, उसके बारे में बताएं। इसके बाद समाज की सहमति लेकर वे रेलवे ट्रैक के अलावा दूसरी जगह जाकर भी वार्ता करने को तैयार हैं। बैंसला ने कहा कि हमें आंदोलन करने का शौक नहीं है। गुर्जर सहित 5 जातियों के आरक्षण को लेकर हाईकोर्ट में सुनवाई टली