कोरोना इफेक्ट / मंडियों में खरीदार नहीं, थोक में ‌5 रुपए किलो बिक रही लौकी, गोभी, टमाटर, दालों के भाव 20 रु. किलो बढ़े

मॉडिफाइड लॉकडाउन के बावजूद मुहाना सहित अन्य मंडियों में किसानों की सब्जियों के खरीदार नहीं हैं। टमाटर, हरी मिर्च, लौंकी, गोभी, बैंगन पत्ता गोभी का थोक भाव 5 रुपए प्रति किलो तक ही रह गए है। पूरे भाव व खरीदार नहीं मिलने से सब्जियां सड़क पर फेंकनी पड़ रही है या गौशालाओं ने पहुंचाई जा रही है। लॉकडाउन से पहले इन सब्जियों के भाव 20 रुपए किलों से ज्यादा थे।

Dainik Bhaskar : Apr 25, 2020, 08:58 AM
जयपुर | मॉडिफाइड लॉकडाउन के बावजूद मुहाना सहित अन्य मंडियों में किसानों की सब्जियों के खरीदार नहीं हैं। टमाटर, हरी मिर्च, लौंकी, गोभी, बैंगन पत्ता गोभी का थोक भाव 5 रुपए प्रति किलो तक ही रह गए है। पूरे भाव व खरीदार नहीं मिलने से सब्जियां सड़क पर फेंकनी पड़ रही है या गौशालाओं ने पहुंचाई जा रही है। लॉकडाउन से पहले इन सब्जियों के भाव 20 रुपए किलों से ज्यादा थे। वहीं मूंग, उदड़, मसूर, अरहर दालें 20 रुपए तक महंगी हो गई है। लॉकडाउन से पहले दाल 58 से 100 रुपए किलो थी, जो कि अब 115 से 120 रुपए प्रति किलो हो गई है। वजह यह है कि दालों को कई दिनों तक स्टोर किया जा सकता है।

सबसे खराब सीजन, धंधा मंदा : व्यापारी 

फर्म सुरेंद्र कुमार कन्हैयालाल सैनी के व्यापारी कैलाश प्रधान (बगवाड़ा) बोले-  अच्छी उपज के कारण दूरदराज से रोज करीब 250 गाड़ियां आ रही हैं, लेकिन मंडी में खरीदार नहीं हैं। सब्जियां जानवरों को डालकर जा रहे है या गौशालाओं में भेज रहे हैं। 

संक्रमण के डर से कम आ रहे हैं मरीज

जयपुर फल व सब्जी थोक विक्रेता संघ (मुहाना मंडी) के अध्यक्ष राहुल तंवर बोले- मंडी को सैनिटाइज करवा चुके हैं। लेकिन यहां भीड़ रहती है। लोगों में संक्रमण की आशंका का खौफ हो गया। खरीदार कम आ रहे है। अब मंडी का समय बढ़ाने की प्लानिंग की जा रही है।