Zoom News : Apr 01, 2021, 05:20 PM
कनाडा में एक रहस्यमय दिमागी बीमारी के 40 से अधिक मामले सामने आए हैं। सीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, इस बीमारी के चलते अब तक इस देश में पांच लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीमारी को खतरनाक ब्रेन डिसऑर्डर क्रूजफेल्ड-जेकब(सीजेडी) नाम की बीमारी से मिलता जुलता बताया जा रहा है। गौरतलब है कि बीएसई यानी बोवाइन स्पॉंजीफॉर्म इनसेफेलोपेथी (बीएसई) नाम की ये बीमारी गाय में पाई जाती है। ये दिमागी बीमारी गाय के सेंट्रल नर्वस सिस्टम को प्रभावित करती है। ये गाय प्रायोन नाम के प्रोटीन से फैलती है। इसके चलते गाय नर्वस या हिंसक हो सकती है। इसलिए इसे गाय को पागल करने वाली बीमारी भी कहा जाता है। सीजेडी इसी बीमारी का ही वेरियेंट है।
मसलन अगर कोई व्यक्ति बीएसई से प्रभावित गाय के मांस को खाता है तो उसे सीजेडी हो सकता है। सीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, इस रहस्यमय बीमारी का पहला केस साल 2015 में सामने आया था। इसके बाद से ही ये केस लगातार बढ़ रहे हैं। साल 2020 में इस बीमारी से 24 लोग ग्रस्त पाए गए थे और इस साल अब तक इस बीमारी के 6 केस सामने आ चुके हैं। कनाडा के शहर बर्टरेंड के मेयर वोन गोडिन ने इस बीमारी के बारे में बात करते हुए कहा कि कोरोना के बाद से ही लोग इस तरह की बीमारियों को लेकर बेहद चिंता जताने लगे हैं। उन्होंने कहा कि लोग बेहद चिंता में हैं। वे पूछ रहे हैं कि क्या ये चूहे से फैल रहा है? या हिरण से? या किसी और जानवर से? क्या कोरोना की तरह ही इस बीमारी को लेकर भी कई तरह के उपाय करने होंगे? ऐसे कई सवाल लोगों के मन में हैं।कनाडा के न्यू ब्रूनस्वीक शहर के हेल्थ अधिकारी इस बात को समझने की कोशिश कर रहे हैं कि कैसे 43 लोगों को ये बीमारी हुई है। गौरतलब है कि फिलहाल सीजेडी का कोई ट्रीटमेंट नहीं है और इस बीमारी से अब तक 177 लोग मारे जा चुके हैं। साल 1996 में सबसे पहले सीजेडी से एक ब्रिटिश बच्चे का मामला सामने आया था जब इस बच्चे की मौत बीफ बर्गर खाने से हुई थी।
मसलन अगर कोई व्यक्ति बीएसई से प्रभावित गाय के मांस को खाता है तो उसे सीजेडी हो सकता है। सीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, इस रहस्यमय बीमारी का पहला केस साल 2015 में सामने आया था। इसके बाद से ही ये केस लगातार बढ़ रहे हैं। साल 2020 में इस बीमारी से 24 लोग ग्रस्त पाए गए थे और इस साल अब तक इस बीमारी के 6 केस सामने आ चुके हैं। कनाडा के शहर बर्टरेंड के मेयर वोन गोडिन ने इस बीमारी के बारे में बात करते हुए कहा कि कोरोना के बाद से ही लोग इस तरह की बीमारियों को लेकर बेहद चिंता जताने लगे हैं। उन्होंने कहा कि लोग बेहद चिंता में हैं। वे पूछ रहे हैं कि क्या ये चूहे से फैल रहा है? या हिरण से? या किसी और जानवर से? क्या कोरोना की तरह ही इस बीमारी को लेकर भी कई तरह के उपाय करने होंगे? ऐसे कई सवाल लोगों के मन में हैं।कनाडा के न्यू ब्रूनस्वीक शहर के हेल्थ अधिकारी इस बात को समझने की कोशिश कर रहे हैं कि कैसे 43 लोगों को ये बीमारी हुई है। गौरतलब है कि फिलहाल सीजेडी का कोई ट्रीटमेंट नहीं है और इस बीमारी से अब तक 177 लोग मारे जा चुके हैं। साल 1996 में सबसे पहले सीजेडी से एक ब्रिटिश बच्चे का मामला सामने आया था जब इस बच्चे की मौत बीफ बर्गर खाने से हुई थी।