Coronavirus / नर्सों की गुहार, एक हॉल में 23 लोग, खुद साफ करना पड़ता है टॉयलेट, खाना भी मिलता है घटिया

महाराष्ट्र के एक क्वरंटीन सेन्टर की बदतर स्थिति का खुलासा खुद वहां कोरोना सेंटर में रह रही नर्सों ने किया है। एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक इन नर्सों ने आरोप लगाया है कि सेंटर पर कोरोना पीड़ितों के लिए कोई खास व्यवस्था नहीं की गई है। अपनी दास्तां का वीडियो जारी करते हुए नर्सों ने अपील की है कि उन्हें लिए अलग आइसोलेशन वार्ड में भेजा जाय।

Jansatta : Apr 22, 2020, 03:24 PM
Coronavirus: महाराष्ट्र के एक क्वरंटीन सेन्टर की बदतर स्थिति का खुलासा खुद वहां कोरोना सेंटर में रह रही नर्सों ने किया है। एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक इन नर्सों ने आरोप लगाया है कि सेंटर पर कोरोना पीड़ितों के लिए कोई खास व्यवस्था नहीं की गई है। अपनी दास्तां का वीडियो जारी करते हुए नर्सों ने अपील की है कि उन्हें लिए अलग आइसोलेशन वार्ड में भेजा जाय। वीडियो के मुताबिक एक कमरे में 23 लोग रखे गए थे, जिनमें से 19 नर्सें हैं। एक ऑडियो क्लिप में नर्स यह कहते हुई सुनी जा सकती हैं, “क्वरंटीन सेन्टर में हमें सबकुछ खुद ही करना पड़ता था। वहां सिक्योरिटी स्टाफ भी नहीं आता था। बाथरूम साफ करने भी कोई नहीं आता था।”

नर्स कहती है, हमलोगों को खुद ही रूम और टॉयलेट साफ करना पड़ता था। मरीजों को जो खाना मिलता है वह भी बदबूदार और घटिया मिलता था। जब हमलोगों का टेस्ट पॉजिटिव आया तो हमने अनुरोध किया कि हमें आइसोलेशन में रखिए। जब उनलोगों ने नहीं सुनी तो हमलोगों ने मीडिया का सहारा लिया। एनडीटीवी के मुताबिक मुंबई के बीएमसी अस्पताल की नर्सों ने भी अव्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं।

बीएमसी की एक नर्स ने बताया, ‘क्वारंटीन सेंटर में काम करने वाले सभी कर्मचारियों का 14 दिन बाद टेस्ट करना अनिवार्य है लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है।’ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुंबई के 15 अस्पतालों में 160 मेडिकल कर्मचारी कोरोना की चपेट में हैं। इस समस्या से निपटने के लिए नर्सों के तीन बड़े संगठनों ने बीएमसी कमिशनर और सीएम उद्धव ठाकरे को खत लिखकर मदद की गुहार लगाई है।

इन कर्मचारियों के पीस पीपीई किट भी उपलब्ध नहीं हैं। बता दें कि महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा कोरोना के मरीज हैं। अब तक राज्य में 5,272 मरीज कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 251 की मौत हो चुकी है, जबकि 722 लोग इस महामारी से ठीक भी हो चुके हैं। बुधवार (22 अप्रैल ) को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास पर तैनात एक सुरक्षाकर्मी भी कोरोना पॉजिटिव मिला। इनके अलावा 6 अन्य को भी क्वारैंटाइन किया गया है। मुंबई में 200 मीडियाकर्मियों का भी टेस्ट हुआ, इनमें 53 के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।