Jansatta : Sep 19, 2019, 01:16 PM
कांग्रेस ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बयान पर पलटवार करते हुए जवाब दिया है। उद्धव ठाकरे के वीर सावरकर वाले बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से लिखा गया है।यह याद रहना चाहिए कि अंडमान जेल में बंद सभी लोगों में से सिर्फ तीन लोगों ने ही माफी मांगते हुए चिट्ठी लिखी थी। उन तीन लोगों में दो सावरकर के भाई ही थे। सावरकर ने 6 पत्र लिखे थे। जबकि जवाहरलाल नेहरू ने माफी नहीं मांगी थी और 9 साल जेल में बिताए थे। इतना ही नहीं कांग्रेस ने एक दस्वतावेज साझा किया है जिसमें इंडियन ऐनुअल रजिस्टर का हवाला देते हुए एक घटना का जिक्र किया है।नागपुर में एक प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान वीर सावरकर ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहते हैं। पिछले 30 वर्षों से हम भारत की भौगोलिक एकता की विचारधारा सम्मान करते रहे हैं और कांग्रेस उस एकता की सबसे मजबूत पैरोकार रही है, लेकिन अचानक से मुस्लिम अल्पसंख्यक जो सांप्रदायिकता की बिनाह पर एक के बाद एक मांग कर रहे हैं अब दावा कर रहे हैं कि यह एक अलग राष्ट्र है। जिन्ना के टू नेशन थ्योरी को लेकर मेरा कोई मतभेद नहीं है। हम हिन्दू अपने आप में एक राष्ट्र हैं और यह एक ऐतिहासिक तथ्य है कि हिन्दू और मुसलमान दो राष्ट्र हैं।गौरतलब है कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को कहा कि यदि हिंदुत्व विचारक वीर सावरकर उस समय देश के प्रधानमंत्री होते तो पाकिस्तान अस्तित्व में ही नहीं आता। उन्होंने वीर सावरकर को भारत रत्न से सम्मानित किये जाने की मांग की।ठाकरे ने एक आत्मकथा ‘‘सावरकर: इकोज फ्राम अ फॉरगाटेन पास्ट’’ के विमोचन के मौके पर कहा, ‘‘सावरकर को भारत रत्न सम्मान से नवाजा जाना चाहिए। हम (महात्मा) गांधी और (पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल) नेहरू द्वारा किए गए काम से इनकार नहीं करते है, लेकिन देश ने दो से अधिक परिवारों को राजनीतिक परिदृश्य पर अवतरित होते हुए देखा।’’ठाकरे ने कहा, ‘‘उन्हें नेहरू को वीर कहने में गुरेज नहीं होता यदि वह 14 मिनट भी जेल के भीतर सावरकर की तरह रहे होते। सावरकर 14 वर्षों तक जेल में रहे थे।’’ उन्होंने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गांधी को इस किताब की एक प्रति दी जानी चाहिए।