इंडिया / ट्विटर पर पतंजली का विरोध, बाबा रामदेव ने कहा- जो कहते है, ईश्वर सबसे बड़ा शैतान है, वे कभी देश के आदर्श नहीं हो सकते

Lokmat : Nov 18, 2019, 11:25 AM
Baba Ramdev | ट्विटर पर बाबा रामदेव की कंपनी पतंजली का जोर-शोर से विरोध चल रहा है। रविवार को #ShutdownPatanjali ट्रेंड कर रहा है। इससे पहले शनिवार को #BycottPatanjaliProducts ट्रेंड कर रहा था। ट्विटर यूजर्स के गुस्से की वजह बाबा रामदेव का एक बयान है। रामदेव ने एक टीवी साक्षात्कार में पेरियार, आंबेडकर और उनके अनुयायियों के बारे में टिप्पणी की थी। इसके बाद कुछ लोगों ने पतंजलि उत्पादों के बॉयकाट की और धीरे-धीरे यह ट्रेंडिंग हो गया।

रिपब्लिक टीवी को दिए एक साक्षात्कार में बाबा रामदेवा ने कहा था कि पेरियार के फॉलोवर बढ़ रहे हैं। जो कहते हैं कि ईश्वर को मानने वाले मूर्ख होते हैं। ईश्वर सबसे बड़ा शैतान है। इस देश के लिए लेनिन, मार्क्स कभी आदर्श नहीं हो सकते। मैं आंबेडकर साहब के संकल्पों का पोषक हूं लेकिन उनके भी चेलों में मूल निवासी कॉन्सेप्ट चलाने वाले लोग हैं। मैं दलितों से भेदभाव नहीं रखता। वैचारिक आतंकवाद के खिलाफ देश को कानून बनाना चाहिए। ऐसे कंटेंट को सोशल मीडिया से हटा देना चाहिए।

उनके इस बयान पर हंसराज मीणा ने लिखा, 'प्रिय रामदेव, आपने अब तक माफी नहीं माँगी। आपकी ये हिम्मत? ये हिम्मत आती कहाँ से है? सत्ता व हुक्मरानों से। ध्यान रहें, हम सबको झुकाना जानते हैं। पेरियार, अम्बेडकर, मूलनिवासी अस्मिता पर वाहियात टिप्पणी और हमें वैचारिक आंतकवादी कहना बर्दाश्त नहीं।'

बाबा रामदेव का दावा- देश में 99% मुसलमान धर्मांतरित हैं, मुस्लिम बनने से पहले थे हिन्दू!

दिलीप मंडल ने ट्विटर पर लिखा, 'अपने महापुरुषों के सम्मान का सवाल है. प्रोडक्ट भी खराब हैं. कमेंट के साथ रिट्वीट करें।'

सविता आनंद नाम की यूजर ने लिखा, 'बाबा रामदेव अब तुम्हारी दुकान का भी वैचारिक बहिष्कार हो चुका है। उल्टी गिनती शुरू...जहां से और जैसे आए थे हम तुम्हे वहीं वापस पहुंचा देंगे।

तुम्हें हमारी ताकत का अंदाजा नहीं है, उम्मीद है अब तक हो गया होगा।'

डॉ कौशल कंवर ने लिखा, 'ये हुई ना बात. मेरा सुझाव है की रामदेव को अब घुटनों के बल बैठकर माफ़ी माँग लेनी चाहिए अन्यथा तो फिर भागने के लिए रामलीला की तरह ही.'

शिव चंद्र राम नाम के यूजर ने लिखा, 'वृंदा करात ने रामदेव पर हड्डी का चूर्ण मिलाने का आरोप लगाया था तो हमारे पेरियार लालू जी ने यह कह बचाव किया था कि दवा कैसे बनता है यह मुद्दा नही बल्कि यह है कि उससे रोगी को फायदा होता है कि नही। अब रामदेव पेरियार को गाली दे रहा है।'

नितिन मेश्राम ने लिखा, 'जिन किसानों की ज़मीने रामदेव/पतंजली ने धोखे से ख़रीदी है या फिर सरकार के माध्यम से कंपल्सरी एक्वायर्ड की है उन सभी किसानों को हम आह्वान करते है कि वो अपनी ज़मीनों को वापसी करवाने के लिए बड़ा आंदोलन चलाये। हम सब उन किसानों की मदद करेंगे।'

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