कनाडा / सेना के अफसरों को पोकेमॉन गो गेम खेलने का आदेश ताकि सैन्य अड्‌डों पर गेमर्स की घुसपैठ को रोका जाए

Dainik Bhaskar : Jan 03, 2020, 02:58 PM
ओटावा | कनाडा की सेना ने अपने अफसरों को देशभर में स्थित सैन्य बेस ठिकानों, संवेदनशील इलाकों में जाकर पोकेमॉन गो गेम खेलने के आदेश दिए हैं। यह खुलासा हाल ही में सेना द्वारा भेजे गए गोपनीय दस्तावेजों में हुआ है। 

यह फैसला इसलिए लिया गया है, क्योंकि इसी ऑनलाइन गेम को खेलने के दौरान आम लोगों ने (गेमर्स) कनाडा के सैन्य ठिकानों और प्रतिबंधित स्थानों पर घुसपैठ की। इससे इन इलाकों में खतरा पैदा हो गया है। हाल ही में किंग्सटन स्थित सैन्य अड्‌डे के अफसर जेफ मोनाघन ने ईमेल में कमिश्नरों को लिखा कि फोर्ट फ्रोनटैनेक जैसे संवेदनशील इलाके में पोकेजिम और पोकेस्टॉप बने हैं, यह क्या है? सेना ने इस तरह के वर्चुअल (काल्पनिक) पात्रों और स्थानों की पहचान के लिए तीन अफसरों को देशभर में मौजूद सैन्य ठिकानों पर जाकर यह गेम खेलने की जिम्मेदारी दी है। इन अफसरों के साथ 12 साल के एक किशोर को भी जोड़ा गया है, ताकि कैरेक्टर्स और स्थानों की पहचान आसानी से हो सके। सेना ने इस बात की पुष्टि की है।

सेना को जीपीएस से लोकेशन शेयर करने का खतरा

सेना के लिए यह चिंता की बात इसलिए है, क्योंकि इस गेम को खेलने के लिए कैमरा और जीपीएस की जरूरत होती है, स्मार्टफोन के जरिए यह खेला जाता है। ऐसे में संवेदनशील इलाकों की तस्वीरें और लोकेशन आसानी से शेयर हो जाती हैं। कुछ घटनाओं के बाद सेना ने एहतियात के तौर पर चेतावनी जारी की है कि पोकेमॉन कैरेक्टर्स की तलाश में लोग सेना के प्रतिबंधित इलाकों में जाने से बचें। इस गेम में पूरी तरह खो जाने के कारण दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं। इसलिए यह विवादों में रहा है।

एप लॉन्च होने के बाद से ही संदिग्ध गतिविधियां सामने आने लगी थीं

कनाडा में पोकेमॉन 2016 में लॉन्च हुआ था। इसके कुछ हफ्तों बाद ही संदिग्ध गतिविधियां दिखने लगी थीं। हाल ही में एक महिला सैन्य अड्‌डे पर टैंक पर तीन बच्चों के साथ दिखी थी। ग्रीनवुड स्थित बेस कैंप में एक संदिग्ध कार को घूमते हुए पकड़ा था। पूछताछ में पता चला कि वो लोग पोकमॉन खेल रहे थे और काल्पनिक कैरेक्टर्स को तलाश कर रहे थे। एक शख्स को भी सैन्य इलाके में पकड़ा, वह अपने बच्चों से ज्यादा पॉइन्ट जमा कर रहा था।

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