Coronavirus / कोरोना के खिलाफ लड़ाई में PAK ने दर्जनों डॉक्टर्स को ही कर लिया गिरफ्तार

पाकिस्तान में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की आधिकारिक संख्या 3700 से अधिक हो गई है। वहीं, 53 लोगों की मौत भी हो चुकी है। इसी बीच सोमवार को PAK ने 50 से अधिक डॉक्टरों को गिरफ्तार कर लिया। ये डॉक्टर कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए सेफ्टी इक्विपमेंट की मांग कर रहे थे। कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के इलाज के दौरान मेडिकल स्टाफ को एहतियात बरतना होता है ताकि उन्हें संक्रमण ना हो जाए।

AajTak : Apr 07, 2020, 09:13 AM
Coronavirus: पाकिस्तान में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की आधिकारिक संख्या 3700 से अधिक हो गई है। वहीं, 53 लोगों की मौत भी हो चुकी है। इसी बीच सोमवार को पाकिस्तान ने 50 से अधिक डॉक्टरों को गिरफ्तार कर लिया। ये डॉक्टर कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए सेफ्टी इक्विपमेंट की मांग कर रहे थे।

पाकिस्तान के डॉक्टरों और पुलिस ने बताया है कि देश के दक्षिणी पश्चिमी शहर क्वेटा में सेफ्टी इक्विपमेंट की मांग को लेकर डॉक्टरों को गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के इलाज के दौरान मेडिकल स्टाफ को एहतियात बरतना होता है ताकि उन्हें संक्रमण ना हो जाए। इसलिए स्टाफ को पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) की जरूरत पड़ती है।

दुनिया के कई देश इस वक्त पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट की कमी से जूझ रहे हैं। कई देशों में डॉक्टर किसी तरह जुगाड़ से खुद का बचाव कर रहे हैं। लेकिन ऐसे वक्त में पीपीई की मांग करने वाले डॉक्टरों को गिरफ्तार करना हैरान करने वाला है। बड़ी बात ये भी है कि कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में डॉक्टरों और अन्य मेडिकल स्टाफ की कमी भी पड़ रही है। कई देशों ने रिटार्यड हो चुके स्टाफ से अपील की है कि वे कोरोना महामारी से लड़ने के लिए दोबारा हॉस्पिटल जॉइन करें।

वहीं, रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के क्वेटा में मुख्य हॉस्पिटल के पास 100 से अधिक डॉक्टर और अन्य मेडिकल स्टाफ रैली कर रहे थे। प्रदर्शनकारी राज्य के मुख्यमंत्री के निवास के पास जा रहे थे। मुख्यमंत्री निवास में घुसने की कोशिश करने पर पुलिस ने डॉक्टर्स पर लाठियों का भी इस्तेमाल किया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अब्दुल रज्जाक चीमा ने कहा कि हमने कानून तोड़ने के लिए 53 डॉक्टरों को हिरासत में लिया है।

चीमा ने कहा कि डॉक्टरों को कई घंटे तक हिरासत में रखा गया, लेकिन बाद में राज्य सरकार के आदेश पर उन्हें छोड़ दिया गया। बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता लियाकत शेहवानी ने कहा कि डॉक्टर पीपीई, मास्क वगैरह नहीं होने की वजह से प्रदर्शन कर रहे थे। हमने उन्हें भरोसा दिया था कि जल्द ही उन्हें पीपीई उपलब्ध करा दिए जाएंगे, लेकिन वे लोग प्रदर्शन करने लगे।

सरकार के प्रवक्ता ने यह भी कहा कि सोमवार को केंद्र सरकार से पीपीई की सप्लाई मिलने के बाद उसे बांटने की तैयारी हो रही थी।  वहीं, पाकिस्तान के अलग-अलग क्षेत्रों में रहने वाले डॉक्टर कई हफ्ते से ये शिकायत कर रहे हैं कि हॉस्पिटल में पीपीई की कमी है।

क्वेटा में डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष यासिर अचकजई ने कहा है कि डॉक्टरों और अन्य मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा के लिए पाकिस्तान सरकार WHO की गाइडलाइन फॉलो नहीं कर रही है।बीते महीने पाकिस्तान में एक डॉक्टर और नर्स की कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद मौत हो गई थी। वहीं, हाल ही में दो दर्जन मेडिकल स्टाफ पॉजिटव पाए गए थे।