पाकिस्तान / भीड़ ने पाकिस्तान में की श्रीलंकाई मैनेजर की हत्या, शव को रोड पर जलाया; रिकॉर्ड किए वीडियो

Zoom News : Dec 04, 2021, 12:29 PM
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के सियालकोट में इस्लाम का अपमान करने के आरोप में कट्टरपंथियों की भीड़ ने एक श्रीलंकाई व्यक्ति को पीट-पीटकर मार डाला। इतना ही नहीं, इन धर्मांधों ने सरेआम श्रीलंकाई व्यक्ति की लाश में आग भी लगा दी। घटना के बाद बढ़ते तनाव को कम करने के लिए पाकिस्तान सरकार ने उस इलाके में भारी पुलिसबल को तैनात किया है।

फैक्ट्री के कर्मचारी भी हमले में शामिल

बताया जा रहा है कि यह घटना सियालकोट के वजीराबाद रोड पर हुई। मारा गया श्रीलंकाई व्यक्ति प्रियंता कुमारा सियालकोट में एक फैक्ट्री में एक्सपोर्ट मैनेजर था। इस व्यक्ति के ऊपर कारखाने के श्रमिकों ने ही हमला किया। उन्होंने बाद में प्रियंता के शव को जला दिया। सियालकोट के जिला पुलिस अधिकारी उमर सईद मलिक ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।

सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा वीडियो

सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे वीडियो में सैकड़ों की संख्या में लोग फैक्ट्री के सामने इकट्ठा होकर नारे लगाते नजर आ रहे हैं। एक दूसरे वीडियो में लोग श्रीलंकाई नागरिक की लाश में लगी आग को अपने-अपने मोबाइल में रिकॉर्ड करते दिखाई दिए। पुलिस ने अभी तक हत्या के संभावित कारण के बारे में कुछ नहीं बताया है। सियालकोट पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि प्रारंभिक जांच के बाद ही हम कुछ बयान देंगे।

पंजाब के सीएम ने दिए जांच के आदेश

पंजाब के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार ने एक ट्वीट में कहा कि वह सियालकोट की भयानक घटना से बेहद स्तब्ध हैं। उन्होंने लिखा कि मैंने आईजी पुलिस को इसकी पूरी जांच करने का निर्देश दिया है। किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं है। निश्चिंत रहें, इस अमानवीय कृत्य में शामिल व्यक्तियों को बख्शा नहीं जाएगा !! बुजदार ने इससे पहले पुलिस महानिरीक्षक से रिपोर्ट तलब की थी और मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए थे।

पुलिस के आला अधिकारी मौके पर

मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना के हर पहलू की जांच की जानी चाहिए और एक रिपोर्ट पेश की जानी चाहिए। कानून अपने हाथ में लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। पंजाब के पुलिस महानिरीक्षक राव सरदार अली खान ने भी घटना का संज्ञान लिया और गुजरांवाला क्षेत्रीय पुलिस अधिकारी को तुरंत घटनास्थल पर पहुंचने का निर्देश दिया। आईजीपी ने कहा, 'सियालकोट के डीपीओ मौके पर मौजूद हैं। घटना के सभी पहलुओं की जांच होनी चाहिए।

सियालकोट में पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना

2010 में सियालकोट में इसी तरह की एक घटना ने देश को झकझोर कर रख दिया था जब भीड़ ने पुलिस की मौजूदगी में दो भाइयों को डकैत घोषित कर पीट-पीट कर मार डाला था। इस घटना ने पूरे देश को सदमें में डाल दिया था। ऐसी जघन्य हत्याओं के फुटेज वीडियो-शेयरिंग साइटों पर अपलोड होने से लोगों में भी दहशत है।

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