Pakistan / कर्ज माफ करने के लिए इमरान खान ने चीन के सामने फैलाई झोली, बदले में मिली दुत्कार

Zoom News : May 31, 2021, 12:30 PM
इस्‍लामाबाद: आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रहे पाकिस्तान (Pakistan) का चीन (China) ने भी साथ छोड़ दिया है। इमरान खान (Imran Khan) सरकार ने कर्ज माफ करने के लिए चीन के सामने झोली फैलाई थी, लेकिन बीजिंग ने साफ शब्दों में इनकार कर दिया है। दरअसल, पाकिस्तान ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) के तहत 3 अरब डॉलर के कर्ज को पुनर्गठित करने का अनुरोध किया था। इमरान सरकार चाहती है कि चीन इस मुश्किल वक्त में उसका कर्ज माफ कर दे। इसी उम्मीद में उसने राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) से गुहार लगाई थी, मगर उन्होंने इनकार कर दिया। 

China ने दिया ये तर्क

एशिया टाइम्‍स की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन (China) ने पाकिस्‍तान में बनाए ऊर्जा प्‍लांट पर करीब 19 अरब डॉलर का निवेश किया है। पाकिस्तान के अनुरोध के जवाब में बीजिंग ने कहा है कि ऊर्जा खरीद पर हुए समझौते को पुनर्गठित करना फिलहाल संभव नहीं है, क्योंकि कर्ज में किसी भी तरह की राहत के लिए चीनी बैंकों को अपने नियम और शर्तों में बदलाव करना होगा। 

GDP का 109% कर्ज

चीन की कम्युनिस्ट सरकार ने पाकिस्तान को दो टूक शब्दों में कहा है कि समझौते की किसी भी शर्त को बदलना संभव नहीं है। रिपोर्ट में बताया गया है कि पाकिस्‍तान पर 30 दिसंबर 2020 तक कुल 294 अरब डॉलर का कर्ज था, जो उसकी कुल GDP का 109 प्रतिशत है। वहीं, आर्थिक विशेषज्ञों का कहना है कि कर्ज और GDP का यह अनुपात वर्ष 2023 के अंत तक काफी बढ़ सकता है, जिसकी वजह से पाकिस्तानी सरकार मुश्किल में फंस जाएगी।

Bilawal ने बोला हमला

इमरान खान के कार्यकाल में पाकिस्तान कर्ज के जाल में उलझता जा रहा है। इसे लेकर विपक्षी पार्टियां भी हमलावर हो गई हैं। हाल ही में पाकिस्‍तान पीपुल्स पार्टी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी (Bilawal Bhutto Zardari) ने कहा था कि प्रधानमंत्री खान भीख मांगने का कटोरा लेकर दुनिया की चौखट पर घूम रहे हैं और देश की प्रतिष्‍ठा को मिट्टी में मिला रहे हैं। उन्‍होंने यह भी कहा था कि कहा कि इमरान खान ने पाकिस्‍तान को अंतरराष्‍ट्रीय कर्जदाता देशों और संगठनों का गुलाम बना दिया है।

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