सावधान / दिल्ली की ओर बढ़ रहा पाकिस्तानी टिड्डियों का दल, ग्रीन इलाकों को पहुंचा सकता है नुकसान

News18 : May 28, 2020, 11:21 AM
नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर इलाके (Delhi-NCR Area) में भी टिड्डियों का दल घुसपैठ कर सकता है। माना जा रहा है कि इनके अटैक से दिल्ली (Delhi) के हरे-भरे इलाकों (Green Areas) को नुकसान पहुंच सकता है। फिलहाल राजस्थान के कई इलाकों के लोग इनके आतंक से परेशान हैं। इस संबंध में विशेषज्ञों का कहना है कि हवा का रुख इनके मुताबिक होने के कारण राष्ट्रीय राजधानी में भी टिड्डी दल आ सकते हैं। ऐसे में दिल्ली के उन इलाकों को नुकसान पहुंचना तय है जो पेड़ृ-पौधों से भरे हुए हैं। कृषि विभाग ने इसकी संभावना को देखते हुए एनसीआर में अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही किसानों को जागरूक करने का प्रयास जारी है।

गौरतलब है कि देश के कई राज्य जैसे राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश के कई इलाके इससे काफी प्रभावित हैं। दरअसल, ये टिड्डी खेतों में लगी फसलों को काफी नुकसान पहुंचाते हैं।


दिल्ली पर भी टिड्डियों हमले का खतरा मंडरा रहा है।

इसको देखते हुए अलर्ट भी जारी हो चुका है। जानकारी मिली है कि पाकिस्तानी टिड्डियों ने राजस्थान में काफी नुकसान पहुंचाया है। राजस्थान के दौसा जिले के कोटापट्टी गांव में इन टिड्डियों ने लगातार चौथी बार हमला किया। इसकी जानकारी मिलने के बाद प्रशासन ने दमकल की गाड़ी को भेजा गया। दमकल ने इनपर पर दवा का छिड़काव किया है। लेकिन इस दौरान केवल 40-50 प्रतिशत टिड्डी मारे जा सके। संभावना जताई जा रही है कि दिल्ली के 22 प्रतिशत ग्रीन इलाकों में टिड्डी के ये दल हमला कर सकते हैं। इस कारण बड़े पैमाने पर नुकसान हो सकता है। दिल्ली और एनसीआर इलाके में इनके आने की संभावना इसलिए जताई जा रही है क्योंकि हवा का रूख टिड्डियों के दल के अनुकूल है

एनसीआर की धान की फसल पर है खतरा

दिल्ली में वैसे इलाके बहुत कम हैं, जहां खेती होती है। इसके बावजूद टिड्डियों की घुसपैठ घातक हो सकती है। दैनिक हिन्दुस्तान से बातचीत में यमुना बायोडायवर्सिटी पार्क में कीट विज्ञानी मोहम्मद फैजल बताते हैं कि हरियाली वाली जगहों पर टिड्डी दल की घुसपैठ घातक हो सकती है। इसके अलावा एनसीआर के कई इलाकों में गेहूं के फसल की कटाई हो चुकी है। किसानों ने धान की बोआई की तैयारी शुरू कर दी है। माना जाता है कि टिड्डी दल इसे काफी नुकसान पहुंचाते हैं। इस कारण कृषि विभाग ने अधिकारियों के अलावा विभागीय कर्मचारियों को सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है। साथ ही ग्राम प्रधानों और किसानों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है।

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