News18 : Apr 21, 2020, 02:41 PM
इस्लामाबाद। एक तरफ जहां पूरी दुनिया और पाकिस्तान (Pakistan) खुद भी कोरोना संक्रमण (Coronavirus) से जूझ रहे हैं, इसी बीच इमरान (Imran Khan) सरकार ने 4000 आतंकियों के नाम टेरेरिस्ट वॉचलिस्ट से हटा दिए हैं। एक आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से जुड़े स्टार्टअप ने दावा किया है कि इन 4000 आतंकियों में साल 2008 में मुंबई में हुए आतंकी (Mumbai Terror Attack) हमले का मास्टरमाइंड और लश्कर (Lashkar-e-taiba) का ऑपरेशन कमांडर जकी-उर-रहमान लखवी भी शामिल है।
न्यूयॉर्क के एक स्टार्टअप कैसेलम ने दावा किया है कि पाकिस्तान सरकार ने भले ही कितना आतंकवाद विरोधी होने का दावा किया हो लेकिन पिछले डेढ़ साल में ग्लोबल टेरेरिस्ट वॉचलिस्ट से 3800 से ज्यादा आतंकियों के नाम हटा दिए हैं। पाकिस्तान ने न तो अभी तक किसी को इसकी जानकारी दी है और न ही हटाने से पहले किसी अंतरराष्ट्रीय संस्था से इसकी चर्चा की गयी थी।
इमरान सरकार ने हटाए 1800 नाम
इमरान खान ने भी सत्ता में आने के बाद से अभी तक 1800 कुख्यात आतंकियों के नाम इस लिस्ट से हटा दिये हैं। इमरान ने ही मुंबई हमले के मास्टरमाइंड माने जाने वाले लश्कर के कमांडर जकी उर रहमान लखवी का नाम लिस्ट से बाहर किया है। FATF के मुताबिक अक्टूबर 2018 तक इस लिस्ट में कुल 7,600 नाम थे जो अब घटकर 3800 रह गए हैं। इमरान ने 9 मार्च को सरकार में आने के बाद से 27 तक एक झटके में 1,069 नाम इस लिस्ट से हटा दिए। 27 मार्च के बाद से सभी तक अलग-अलग मौकों पर 800 और नाम इस लिस्ट से हटाए गए।FATF से बचने की चाल
एफएटीएफ इस साल जून में पाकिस्तान के मनी लॉन्ड्रिंग से 27 बिंदुओं पर लिए एक्शन की समीक्षा करने वाला है। पाकिस्तान के खिलाफ जून 2018 से निगरानी बढ़ा दी गई है। अगर पाकिस्तान 27 बिंदुओं को पूरा करने में असफल रहता है तो एफएटीएफ उसे काली सूची में डाल सकता है। जानकर मानते हैं कि FATF में ब्लैकलिस्ट होने से बचने के लिए इमरान सरकार ने ये चाल चली है। अमेरिकी सरकार में पूर्व पॉलिसी एडवाइजर रह चुके पीटर पैटेटस्की के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय मानक यह है कि अगर वॉच लिस्ट से आतंकवादियों का नाम हटाया जाता है तो तुरंत उसकी सूचना तत्काल वित्तीय क्षेत्र को देनी होती है। पाकिस्तान ने संदिग्ध आतंकवादियों के नाम हटाते समय ऐसा नहीं किया है।
न्यूयॉर्क के एक स्टार्टअप कैसेलम ने दावा किया है कि पाकिस्तान सरकार ने भले ही कितना आतंकवाद विरोधी होने का दावा किया हो लेकिन पिछले डेढ़ साल में ग्लोबल टेरेरिस्ट वॉचलिस्ट से 3800 से ज्यादा आतंकियों के नाम हटा दिए हैं। पाकिस्तान ने न तो अभी तक किसी को इसकी जानकारी दी है और न ही हटाने से पहले किसी अंतरराष्ट्रीय संस्था से इसकी चर्चा की गयी थी।
इमरान सरकार ने हटाए 1800 नाम
इमरान खान ने भी सत्ता में आने के बाद से अभी तक 1800 कुख्यात आतंकियों के नाम इस लिस्ट से हटा दिये हैं। इमरान ने ही मुंबई हमले के मास्टरमाइंड माने जाने वाले लश्कर के कमांडर जकी उर रहमान लखवी का नाम लिस्ट से बाहर किया है। FATF के मुताबिक अक्टूबर 2018 तक इस लिस्ट में कुल 7,600 नाम थे जो अब घटकर 3800 रह गए हैं। इमरान ने 9 मार्च को सरकार में आने के बाद से 27 तक एक झटके में 1,069 नाम इस लिस्ट से हटा दिए। 27 मार्च के बाद से सभी तक अलग-अलग मौकों पर 800 और नाम इस लिस्ट से हटाए गए।FATF से बचने की चाल
एफएटीएफ इस साल जून में पाकिस्तान के मनी लॉन्ड्रिंग से 27 बिंदुओं पर लिए एक्शन की समीक्षा करने वाला है। पाकिस्तान के खिलाफ जून 2018 से निगरानी बढ़ा दी गई है। अगर पाकिस्तान 27 बिंदुओं को पूरा करने में असफल रहता है तो एफएटीएफ उसे काली सूची में डाल सकता है। जानकर मानते हैं कि FATF में ब्लैकलिस्ट होने से बचने के लिए इमरान सरकार ने ये चाल चली है। अमेरिकी सरकार में पूर्व पॉलिसी एडवाइजर रह चुके पीटर पैटेटस्की के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय मानक यह है कि अगर वॉच लिस्ट से आतंकवादियों का नाम हटाया जाता है तो तुरंत उसकी सूचना तत्काल वित्तीय क्षेत्र को देनी होती है। पाकिस्तान ने संदिग्ध आतंकवादियों के नाम हटाते समय ऐसा नहीं किया है।