News18 : May 29, 2020, 05:21 PM
नई दिल्ली। अमेरिका की बड़ी दवा कंपनी फाइजर (Pfizer) के CEO अल्बर्ट बॉरला (Albert Bourla) ने टाइम्स ऑफ इजरायल के साथ बातचीत में कहा है कि कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) के इलाज की दवा इस साल अक्टूबर तक तैयार हो सकती है। उन्होंने कहा, 'अगर चीजें ठीक से चली तो हमारे पास इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि इस साल अक्टूबर के अंत तक कोरोना वायरस की दवा होगी।'
>> फाइजर जर्मनी की कंपनी बायोनटेक (Biotech) के साथ मिलकर यूरोप और अमेरिका में दवा बनाने पर काम कर रही है। कोरोना वायरस की दवा बनाने में जुटी एक और कंपनी ने भी भरोसा जताया है कि इस साल के अंत तक Covid-19 की दवा बाजार में आ जाएगी।>> यह कंपनी है एस्ट्रेजेनेका (AstraZeneca)। यह यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड के साथ मिलकर वैक्सीन बनाने पर काम कर रहा है। एस्ट्रेजेनेका के बॉस का कहना है कि 2020 के अंत तक इस महामारी की दवा बाजार में आ जाएगी।>> एस्ट्रेजेनेका के हेड पास्कल सॉरिएट ने कहा, "कई लोगों को उम्मीद है कि उनके पास दवा हो। इस साल के अंत तक दवा होगी। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि दवा खोजने के लिहाज से वक्त तेजी से निकल रहा है।>> दुनिया भर की करीब 100 से ज्यादा लैब कोरोना वायरस की दवा तैयार करने में लगी हुई हैं। इनमें से 10 लैब अपनी दवा का क्लीनिकल ट्रायल करा रहे हैं। इस महामारी की वजह से दुनिया भर में 3।58 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 50 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं।
>> फाइजर जर्मनी की कंपनी बायोनटेक (Biotech) के साथ मिलकर यूरोप और अमेरिका में दवा बनाने पर काम कर रही है। कोरोना वायरस की दवा बनाने में जुटी एक और कंपनी ने भी भरोसा जताया है कि इस साल के अंत तक Covid-19 की दवा बाजार में आ जाएगी।>> यह कंपनी है एस्ट्रेजेनेका (AstraZeneca)। यह यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड के साथ मिलकर वैक्सीन बनाने पर काम कर रहा है। एस्ट्रेजेनेका के बॉस का कहना है कि 2020 के अंत तक इस महामारी की दवा बाजार में आ जाएगी।>> एस्ट्रेजेनेका के हेड पास्कल सॉरिएट ने कहा, "कई लोगों को उम्मीद है कि उनके पास दवा हो। इस साल के अंत तक दवा होगी। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि दवा खोजने के लिहाज से वक्त तेजी से निकल रहा है।>> दुनिया भर की करीब 100 से ज्यादा लैब कोरोना वायरस की दवा तैयार करने में लगी हुई हैं। इनमें से 10 लैब अपनी दवा का क्लीनिकल ट्रायल करा रहे हैं। इस महामारी की वजह से दुनिया भर में 3।58 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 50 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं।