क्रिकेट / प्रैक्टिस के दौरान टॉयलेट तक नहीं जा पाएंगे खिलाड़ी, अपनी टोपी अंपायर को पकड़ाने पर बैन

News18 : May 23, 2020, 09:11 AM
दुबई। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने कोरोना वायरस के बाद क्रिकेट शुरू करने से पहले खिलाड़ियों और टीमों के लिए दिशा-निर्देश जारी किये हैं। ये दिशा-निर्देश कई खिलाड़ियों को भारी भी पड़ सकते हैं। इनसे खिलाड़ियों को काफी तकलीफ भी होने वाली है। कोरोना वायरस महामारी के बाद जब खेल शुरू होगा तो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों को अपनी कुछ आम आदतों को बदलना पड़ेगा जैसे उन्हें अभ्यास के दौरान शौचालय जाने और मैदानी अंपायरों को अपनी कैप या सनग्लास सौंपने की इजाजत नहीं होगी।

आईसीसी का दिशा-निर्देश

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC Guidelines) के दिशानिर्देशों के अनुसार खिलाड़ी अपने निजी सामान जैसे कैप, तौलिया, सनग्लास, जंपर्स आदि अंपायर या साथियों को नहीं सौंप सकते और उन्हें शारीरिक दूरी बनाये रखनी होगी। लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि खिलाड़ियों का सामान कौन रखेगा। यही नहीं अंपायरों को भी गेंद को पकड़ते समय दस्तानों का उपयोग करना होगा। खिलाड़ी अपनी कैप और धूप के चश्मों को मैदान पर नहीं रख सकते क्योंकि इससे पेनल्टी रन जा सकते हैं जैसे कि हेलमेट के मामले में होता है। आईसीसी इसके साथ ही चाहती है कि खिलाड़ी मैच से पहले और मैच के बाद ड्रेसिंग रूम में कम समय बिताये।

आईसीसी क्रिकेट समिति पहले ही गेंद पर लार लगाने पर प्रतिबंध की सिफारिश कर चुकी है और अब खिलाड़ियों को गेंद छूने के बाद आंखें, नाक और मुंह स्पर्श नहीं करने की सलाह दी गयी है तथा गेंद के संपर्क में आने के बाद अपने हाथ साफ करने के लिये कहा गया है। अभ्यास के दौरान भी खिलाड़ियों की परेशानियां बढ़ सकती हैं क्योंकि उन्हें शौचालय का उपयोग करने की अनुमति नहीं होगी।

आईसीसी ने की चिकित्सा अधिकारी की सिफारिश

आईसीसी ने शुक्रवार को कोरोना वायरस संकट के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की बहाली के लिये अपने दिशानिर्देशों में मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) की नियुक्ति और 14 दिन तक अलग थलग अभ्यास शिविर आयोजित करने की सिफारिश की। आईसीसी ने दुनिया भर में क्रिकेट की बहाली के लिये व्यापक दिशानिर्देश जारी किये और साथ ही उच्च सुरक्षा प्रोटोकॉल बनाये रखने पर भी ध्यान दिया। आईसीसी ने कहा, 'मुख्य चिकित्सा अधिकारी या जैव सुरक्षा अधिकारी की नियुक्ति पर विचार करें जो सरकारी दिशानिर्देशों तथा अभ्यास और प्रतियोगिता की बहाली के लिये जैव सुरक्षा योजना लागू करने के लिये जिम्मेदार होगा।'

इसके दिशा-निर्देशों में कहा गया है, 'मैच से पूर्व अलग थलग अभ्यास शिविर के आयोजन, स्वास्थ्य, तापमान जांच और कोरोना वायरस परीक्षण की जरूरत पर विचार करें। यात्रा से कम से कम 14 दिन पहले सुनिश्चित करें कि टीम कोरोना वायरस से मुक्त है।' क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था ने अभ्यास और प्रतियोगिता के दौरान उचित परीक्षण योजना तैयार करने की सिफारिश भी की। दुनिया में महामारी फैलने के बाद से ही क्रिकेट गतिविधियां बंद है। इस बीमारी के कारण आगामी टी20 विश्व कप पर भी खतरे के बादल मंडरा रहे हैं।


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