देश / पीएम मोदी ने बच्चों को बताया अपने चमकते हुए चेहरे का राज

News18 : Jan 24, 2020, 05:00 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शुक्रवार को अलग-अलग श्रेणियों में राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता बच्चों की बहादुरी की सराहना की। इस मौके पर उन्होंने बच्चों से ढेर सारी बातें कीं। पीएम ने कहा कि युवा साथियों के ऐसे साहसिक कार्यों के बारे में सुनने से उन्हें प्रेरणा और ऊर्जा मिलती है। मोदी ने अपने आवास पर ‘प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2020’ के 49 बाल विजेताओं के साथ बातचीत की।

बच्चों को बताया फिटनेस का राज

बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने बच्चों से पूछा कि आप में से कितने लोग हैं जिनको दिन में चार बार पसीना आता है। मौसम चाहे सर्दी का हो या गर्मी का। बच्चों ने इस सवाल पर अपने-अपने अनुभव बांटे। बाद में पीएम ने अपनी चेहरे की चमक का ज़िक्र करते हुए कहा, 'एक बार किसी ने मुझसे पूछा था कि मेरे चेहरे पर इतना तेज़ क्यों है, तो मैंने उसे बताया था कि मैं दिन भर खूब मेहनत करता हूं। जिससे खूब पसीना निकलता है। मैं उस पसीने से अपने चेहरे पर मालिश करता हूं, इसी वजह से मेरे चेहरे पर इतना तेज रहता है।'

परिचय से हैरान

राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेता बच्चों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘थोड़ी देर पहले जब आप सभी का परिचय हो रहा था, तब मैं सच में हैरान था। इतनी कम आयु में जिस प्रकार आप सभी ने अलग-अलग क्षेत्रों में जो प्रयास किए हैं और जो काम किया है वो अद्भुत है।’

गर्व है आप पर

उन्होंने कहा कि आप अपने समाज के प्रति, राष्ट्र के प्रति और अपने कर्त्तव्यपालन के लिए जिस प्रकार से जागरूक हैं, यह देखकर गर्व होता है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं आप सभी युवा साथियों के ऐसे साहसिक काम के बारे में जब भी सुनता हूं, आपसे बातचीत करता हूं, तो मुझे भी प्रेरणा मिलती है, ऊर्जा मिलती है।’

49 बच्चों को पुरस्कार

ये 49 पुरस्कृत बच्चे देश के अलग-अलग राज्यों के हैं, जिनमें एक-एक पुरस्कृत बच्चा जम्मू कश्मीर, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश का है। इन बच्चों ने कला एवं संस्कृति, नवाचार, प्रतिभा, समाज सेवा, खेल और बहादुरी जैसे क्षेत्रों में पुरस्कार प्राप्त किया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में इन बच्चों को 22 जनवरी को ‘प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2020’ प्रदान किया।

कोई पुरस्कार अंतिम आयाम नहीं

प्रधानमंत्री ने कहा कि कोई पुरस्कार अंतिम आयाम नहीं होता, एक प्रकार से ये जिंदगी की शुरुआत है। आपने मुश्किल परिस्थितियों में साहस दिखाया है और अलग-अलग क्षेत्रों में उपलब्धियां प्राप्त की हैं। उन्होंने कहा कि आप युवा साथियों के साहसिक कार्यों के बार में जब भी मैं सुनता हूं तो मुझे भी प्रेरणा मिलती है और आप जैसे बच्चों के भीतर छिपी प्रतिभा को प्रोत्साहित करने के लिए ही इन राष्ट्रीय पुरस्कारों का दायरा बढ़ाया गया है।

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