Coronavirus / हेल्थ एक्सपर्ट्स का PM मोदी को खत, कोरोना वायरस की वैक्सीन पर झूठी उम्मीद ना जगाएं

AajTak : Sep 02, 2020, 01:45 PM
Coronavirus: कोरोना वायरस की वैक्सीन का ट्रायल भारत में भी जारी है। 15 अगस्त के मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा था कि इस समय भारत में कोराना की एक नहीं बल्कि तीन वैक्सीन की टेस्टिंग जारी है। उन्होंने देश की जनता को भरोसा दिलाया था कि लोगों को इस साल के अंत तक ये वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी। हालांकि भारत के कुछ प्रमुख हेल्थ एक्सपर्ट पीएम की इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते हैं। इन हेल्थ एक्सपर्ट ने पीएम को खत लिखकर कहा है कि वो वैक्सीन को लेकर लोगों को किसी तरह की गलतफहमी में ना रखें।

हेल्थ एक्सपर्ट की संयुक्त टास्क फोर्स ने प्रधानमंत्री मोदी को खत लिखकर कहा है कि हमें ये मान लेना चाहिए कि कोरोना वायरस की कोई कारगर वैक्सीन जल्द नहीं मिलने वाली है। हेल्थ एक्सपर्ट ने कहा कि कोरोना वायरस की रामबाण दवा लोगों को जल्द मिलेगी, इस उम्मीद से भी बचने की जरूरत है। इंडियन पब्लिक हेल्थ एसोसिएशन (IPHA),इंडियन एसोसिएशन ऑफ प्रिवेंटिव एंड सोशल मेडिसिन (IAPSM) और इंडियन एसोसिएशन ऑफ एपिडेमियोलॉजिस्ट (IAE) के विशेषज्ञों ने एक ज्वाइंट स्टेटमेंट जारी किया है। हेल्थ एक्सपर्ट ने अपने ज्वाइंट स्टेटमेंट में कहा, 'भारत में फैले कोरोना वायरस को काबू में करने के लिए वैक्सीन की कोई भूमिका नहीं है। ये मानना होगा कि फिलहाल आने वाले दिनों में कोई कारगर वैक्सीन नहीं मिलने वाली है। हमें इस तरह के झूठे आश्वासन से बचना चाहिए। जब हमारे पास कारगर और सुरक्षित वैक्सीन उपलब्ध होगी तब उसे WHO की रणनीति की हिसाब से बांटा जाएगा।' 

हेल्थ एक्सपर्ट ने अपने ज्वाइंट स्टेटमेंट में कहा, 'भारत में फैले कोरोना वायरस को काबू में करने के लिए वैक्सीन की कोई भूमिका नहीं है। ये मानना होगा कि फिलहाल आने वाले दिनों में कोई कारगर वैक्सीन नहीं मिलने वाली है। हमें इस तरह के झूठे आश्वासन से बचना चाहिए। जब हमारे पास कारगर और सुरक्षित वैक्सीन उपलब्ध होगी तब उसे WHO की रणनीति की हिसाब से बांटा जाएगा।' 

हेल्थ एक्सपर्ट ने स्कूलों को फिर से खोलने से लेकर लॉकडाउन खत्म करने की रणनीति पर भी सुझाव दिया है। उन्होंने कहा, 'नियंत्रण के लिए लॉकडाउन की रणनीति अब बंद की जानी चाहिए।' स्वास्थ्य मंत्रालय या ICMR ने कभी भी ये नहीं स्वीकारा है कि देश में कम्युनिटी ट्रांसमिशन हो चुका है लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि ये प्रतिबंध उन्हीं क्षेत्रों में लगाना चाहिए जहां कम्यूनिटी ट्रांसमिशन नहीं हुआ है।'

इस समय भारत में कोरोना वायरस ना सिर्फ शहरों में बल्कि गांवों में भी फैल चुका है और नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। हेल्थ एक्सपर्ट ने अपने बयान में उन एक्शन प्लान के बारे में भी बताया है जिसके बारे में सरकार को जरूर सोचना चाहिए। एक्सपर्ट का कहना है कि लॉकडाउन के जरिए नियंत्रण की रणनीति खत्म होनी चाहिए। इस समय सिर्फ कुछ क्षेत्रों में प्रतिबंध की जरूरत है। ये प्रतिबंध वहां लगाने की जरूरत है जहां कम्यूनिटी ट्रांसमिशन नहीं हुआ है।

हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि इस समय संक्रमण रोकने पर नहीं बल्कि कोरोना वायरस से होने वाली मौत रोकने पर ध्यान देना चाहिए। एक्सपर्ट का कहना है कि इस समय लोगों के ये सलाह देनी चाहिए वो अपने लक्षणों पर ध्यान दें, जितनी जल्दी हो सके टेस्ट कराएं और डॉक्टर से संपर्क करके सलाह लें।

हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि हमें आशावादी रहने के साथ ही सबसे खराब स्थिति के लिए भी रणनीति तैयार करनी चाहिए क्योंकि हमें एक कारगर वैक्सीन जल्द नहीं मिलने वाली है।

अपने पत्र में हेल्थ एक्सपर्ट ने लिखा है कि अब सामान्य होने की ओर बढ़ने का समय है। स्कूलों और अन्य शिक्षण संस्थानों को खोलने का काम क्रमबद्ध तरीके से शुरू किया जा सकता है। हमें एक व्यावहारिक दृष्टिकोण रखने की जरूरत है, खासतौर से उन क्षेत्रों में जहां अच्छी खासी आबादी पहले ही कोरोना से संक्रमित हो चुकी है।

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