News18 : Jun 06, 2020, 10:35 AM
गांधीनगर। गुजरात में राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha election) से पहले राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है। अब तक वहां कांग्रेस (Congress) के 8 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं। ऐसे में बाकी विधायकों को बचाने के लिए कांग्रेस ने उन्हें रिसॉर्ट में भेज दिया है। राज्यसभा की 18 सीटों के लिए 19 जून को मतदान होगा, इनमें गुजरात की 4 सीट भी शामिल है।
जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस ने अपने 65 विधायकों को अलग-अलग जोन में रिजॉर्ट में भेज दिया है। उत्तरी क्षेत्र के 21 विधायक अम्बाजी के रिजॉर्ट पहुंचे हैं। हर जोन की जिम्मेदारी बड़े नेताओं को सौंपी गई है। बता दें कि मार्च महीने से लेकर अबतक कांग्रेस के 8 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं।खरीद फरोख्त का आरोपसूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस में फूट पड़ती दिखाई दे रही है। अब तक कांग्रेस के 8 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं। दो दिन पहले करजन विधानसभा क्षेत्र के विधायक बृजेश मेरजा ने भी अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी को दे दिया था।इस बीच कांग्रेस ने बीजेपी पर विधायकों के खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया है। पिछले दिनों ट्वीट करते हुए कांग्रेस ने कहा था कि गुजरात में बीजेपी सरकार कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में सफल नहीं हो सकी है, लेकिन विधायकों के खरीद फरोख्त पर उसका पूर्ण नियंत्रण है। क्या कोई भी सरकार या कोई भी पार्टी इस स्तर पर पहुंच सकती है।
क्या है गुजरात में राज्यसभा का गणित?राज्यसभा के गणित को समझें तो गुजरात विधानसभा में बीजेपी के पास 103 विधायक हैं, जबकि एनसीपी से एक और बीटीपी के 2 विधायकों का भी उसे समर्थन है। कुल मिलाकर 106 विधायक बीजेपी के पास है। अभी तक कांग्रेस के पास 73 विधायक थे, जबकि निर्दलीय उम्मीदवार जिग्नेश मेवानी का भी साथ था। लेकिन नए समीकरण में 8 कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद कांग्रेस के पास 65 विधायक ही रह गए हैं। जिग्नेश मेवानी को लेकर 66 विधायकों की संख्या है।
जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस ने अपने 65 विधायकों को अलग-अलग जोन में रिजॉर्ट में भेज दिया है। उत्तरी क्षेत्र के 21 विधायक अम्बाजी के रिजॉर्ट पहुंचे हैं। हर जोन की जिम्मेदारी बड़े नेताओं को सौंपी गई है। बता दें कि मार्च महीने से लेकर अबतक कांग्रेस के 8 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं।खरीद फरोख्त का आरोपसूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस में फूट पड़ती दिखाई दे रही है। अब तक कांग्रेस के 8 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं। दो दिन पहले करजन विधानसभा क्षेत्र के विधायक बृजेश मेरजा ने भी अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी को दे दिया था।इस बीच कांग्रेस ने बीजेपी पर विधायकों के खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया है। पिछले दिनों ट्वीट करते हुए कांग्रेस ने कहा था कि गुजरात में बीजेपी सरकार कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में सफल नहीं हो सकी है, लेकिन विधायकों के खरीद फरोख्त पर उसका पूर्ण नियंत्रण है। क्या कोई भी सरकार या कोई भी पार्टी इस स्तर पर पहुंच सकती है।
क्या है गुजरात में राज्यसभा का गणित?राज्यसभा के गणित को समझें तो गुजरात विधानसभा में बीजेपी के पास 103 विधायक हैं, जबकि एनसीपी से एक और बीटीपी के 2 विधायकों का भी उसे समर्थन है। कुल मिलाकर 106 विधायक बीजेपी के पास है। अभी तक कांग्रेस के पास 73 विधायक थे, जबकि निर्दलीय उम्मीदवार जिग्नेश मेवानी का भी साथ था। लेकिन नए समीकरण में 8 कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद कांग्रेस के पास 65 विधायक ही रह गए हैं। जिग्नेश मेवानी को लेकर 66 विधायकों की संख्या है।