देश / प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के पहले सी-प्लेन प्रोजेक्ट की शुरुआत

Zoom News : Oct 31, 2020, 02:50 PM
केवड़ियाः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती पर देश के पहले सी-प्लेन प्रोजेक्ट की शुरुआत की है। पीएम मोदी ,केवड़िया से साबरमती तक जाने के लिए सी-प्लेन में सवार होकर रवाना हुए। यह सी-प्लेन अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट को केवड़िया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से जोड़ता है।

सी- प्लेन की सेवा रोजाना पर्यटकों के लिए अहमदाबाद से केवड़िया और केवड़िया से अहमदाबाद के बीच उपलब्ध होगी।

सी-प्लेन की उड़ानें स्पाइसजेट की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी स्पाइस शटल द्वारा संचालित की जाएंगी। शुरुआती तौर पर आज से अहमदाबाद-केवड़िया मार्ग पर दो दैनिक उड़ानें संचालित करेगा। अहमदाबाद से प्रतिदिन सुबह 10:15 बजे सी-प्लेन उड़ेगा और 10:45 पर केवड़िया पहुंचेगा। केवड़िया से प्रतिदिन सीप्लेन 11:45 पर उड़ेगा और 12:15 पर अहमदाबाद पहुंचेगा। यही सीप्लेन प्रतिदिन 12:45 पर दोबारा अहमदाबाद से उड़ेगा और दोपहर 1:15 पर केवड़िया पहुंचेगा। केवड़िया से ये फिर से दोपहर 3:15 पर उड़ेगा और 3:45 पर अहमदाबाद पहुंचेगा।

3 हजार रुपये होगा किराया

अहमदाबाद से केवड़िया और केवड़िया और अहमदाबाद दोनों तरफ का कुल किराया 3000 रुपये तय किया गया है। एक तरफ का किराया 1500 रुपये रखा गया है। 30 अक्टूबर से ऑनलाइन टिकट की बुकिंग शुरू हो गई है। इन उड़ानों के लिए 15 सीटर ट्विन ओटर 300 विमानों का इस्तेमाल होगा।

दुनियाभर में लोकप्रिय है सेवा

सी-प्लेन में पानी से उतरने और टेक-ऑफ करने की क्षमता होती है, जिससे ऐसे क्षेत्रों तक पहुंच होती है, जिनमें लैंडिंग स्ट्रिप्स या रनवे नहीं होते हैं। ट्विन ओटर 300 सबसे सुरक्षित और सबसे लोकप्रिय सी-प्लेन है। ये दुनियाभर में सबसे लोकप्रिय और व्यापक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले विमानों में से एक है।

2017 में पीएम मोदी ने सी-प्लेन में किया था सफर

पीएम मोदी ने पहली बार साल 2017 में गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान सी प्लेन का सफर किया था। तब भी उन्होंने साबरमती रिवरफ़्रंट से उड़ान भरी थी। तब पीएम मोदी साबरमती रिवरफ़्रंट से उड़ान भरकर 49 किलो मीटर दूर धरोई डैम पहुंचे थे। वहां पीएम ने मशहूर अम्बा देवी के दर्शन किए थे और फिर सी-प्लेन से वापस साबरमती रिवरफ़्रंट पर लैंडिंग की थी। तब पीएम मोदी के सी-प्लेन से सफर करने को लेकर काफी सियासत भी हुई थी।

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