अजमेर / जेल में कैदियों को ₹8 लाख/माह में मिलता था लग्ज़री सुईट, ₹15000 में एक पैकेट सिगरेट

Live Hindustan : Sep 25, 2019, 01:24 PM
अजमेर. राजस्थान की अजमेर सेंट्रल जेल में बंद कैदी बैरक में विशेष सुविधा पाने के लिए जमकर पैसे खर्च कर रहे थे। यहां तक कि कुछ कैदी तो जेल में विशेष सुविधा पाने के लिए महीने में आठ लाख रुपए तक खर्च कर रहे थे। यह सब खुलासा एंटी करप्शन ब्यूरों (एसीबी) की छापेमारी के बाद हुआ है। छापेमारी के दौरान जेल में विशेष सुविधा मुहैया कराने वाले एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। एसीबी के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया है कि अजमेर सेंट्रल जेल बैरक में कैदियों को विशेष सुविधा दी जा रही थी।

अधिकारी ने कहा कि जांच के दौरान जेल के बैरक नंबर एक से लेकर 15 तक में बंद कैदियों को विशेष सुविधा दी जा रही थी जो कि आर्थिक तौर पर मजबूत हैं। अधिकारी ने कहा कि इन बैरक में रह रहे कैदियों को मिलने वाली विशेष सुविधाओं में क्लीन रूम, स्पेशल फूड, साफ कपड़े जैसी खास सुविधाएं मिल रही थी। इसके लिए कैदी हर महीने आठ लाख रुपए तक खर्च कर रहे थे। एसीबी अधिकारी की माने तो इन विशेष सुविधाओं के लिए जेल का स्टाफ बाहर में कैदियों के परिवार वालों से मिलता था और पैसों की लेदनेत करता था। जिसमें कुछ कैश में पैसा देते थे जबकि कुछ ऑनलाइन ट्रांसफर करते थे।

एसीबी के अधिकारी ने बताया कि उन्होंने पैसों की लेनदेन के लिए बैंक से जानकारी मांगी थी ताकि यह पता चल सके कि किसके खाते में कितना और कहां से पैसा आया है। जिसमें 18 खातों के बारे में पता चला है। कैदियों को एक डिब्बे सिगरेट के लिए 12 से 15 हजार रुपए तक चार्ज किए जाते थे। जबकि बाजार में इनके दाम 300 से 500 रुपए हैं। बता दें कि इस साल जुलाई में एसीबी की टीम ने छापेमारी करते हुए जेल में चलने वाले इस रैकेट का भंडाफोड़ किया था। जिसमें 12 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था। जिसमें जेल का चार स्टाफ, दो कैदी और उनके रिश्तेदार शामिल थे।

गिरफ्तार चार लोगों में से एक पूर्व कैदी और तीन बिचौलियों ने पिछले हफ्ते स्वीकार किया कि इस रैकेट के जरिए लगभग 25 लाख रुपए तक लेनदेन होते थे। दो जेलरों पर एसीबी की नजर भी थी। एक जेलर की पहचान जसवंत सिंह के रूप में हुई जबकि तीन बिचौलियों में राजेंद्र चौथरी, अनिल चौधरी और सिता राम राम के रूप में हुई है। एसीबी की टीम ने इन सभी को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि दूसरा बिचैलियां भी गिरफ्तार किया जा चुका है। एसीबी अधिकारी ने कहा कि बाकी जेल के स्टाफ भी उनकी निगरानी में हैं और जांच जारी है।

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