Zoom News : Sep 27, 2020, 07:36 AM
जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि कोविड-19 महामारी से प्रदेश की जनता को बचाने में निजी क्षेत्र के अस्पतालों ने भी सरकारी अस्पतालों और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ एकजुटता का परिचय दिया है। स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े सभी लोगों की एक साथ आकर इस चुनौती का मुकाबला करने और महामारी के संकट से जूझने में बड़ी भूमिका है।
गहलोत शनिवार को मुख्यमंत्री निवास से प्रदेश के 20 से अधिक जिलों के विभिन्न सरकारी एवं प्राइवेट अस्पतालों के विशेषज्ञ चिकित्सकों एवं प्रबंधकों के साथ वीसी के माध्यम से राजस्थान में कोरोना वायरस के संक्रमण की स्थिति और उससे निपटने की कार्ययोजना पर चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राजस्थान में चिकित्सा व्यवस्था से जुड़े सभी लोगों ने कोविड महामारी से लडाई में राज्य सरकार कोेे भरपूर सहयोग दिया है। उन्होंने विशेषकर निजी अस्पतालों से संकट के इस समय में प्रदेशवासियों की सेवा करने के लिए निःस्वार्थ भाव से आगे आने की अपील की। बैठक में एसएमएस अस्पताल के विख्यात चिकित्सकों सहित अन्य विशेषज्ञों ने राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर संतोष व्यक्त किया और संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए मास्क पहनने, उचित दूरी बनाए रखने तथा बार-बार हाथ धोने जैसे हेल्थ प्रोटोकॉल की पालना में लापरवाही पर चिंता जाहिर की। उन्होंने हेल्थ प्रोटोकॉल की कड़ाई से पालना को एक सामाजिक आंदोलन का रूप देने के लिए विभिन्न सामाजिक संगठनों एवं धार्मिक समुदायों आदि के नेताओं से आगे आने की अपील की। विशेषज्ञों ने कहा कि अधिकाधिक लोगों को संक्रमित होने से बचाने का एकमात्र उपाय यही है कि आम लोग अपने सामाजिक व्यवहार में बदलाव लाएं तथा मास्क पहनने, उचित दूरी बनाए रखने और बार-बार हाथ धोने के नियमों की पूर्ण अनुशासन के साथ पालना करें।
गहलोत शनिवार को मुख्यमंत्री निवास से प्रदेश के 20 से अधिक जिलों के विभिन्न सरकारी एवं प्राइवेट अस्पतालों के विशेषज्ञ चिकित्सकों एवं प्रबंधकों के साथ वीसी के माध्यम से राजस्थान में कोरोना वायरस के संक्रमण की स्थिति और उससे निपटने की कार्ययोजना पर चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राजस्थान में चिकित्सा व्यवस्था से जुड़े सभी लोगों ने कोविड महामारी से लडाई में राज्य सरकार कोेे भरपूर सहयोग दिया है। उन्होंने विशेषकर निजी अस्पतालों से संकट के इस समय में प्रदेशवासियों की सेवा करने के लिए निःस्वार्थ भाव से आगे आने की अपील की। बैठक में एसएमएस अस्पताल के विख्यात चिकित्सकों सहित अन्य विशेषज्ञों ने राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर संतोष व्यक्त किया और संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए मास्क पहनने, उचित दूरी बनाए रखने तथा बार-बार हाथ धोने जैसे हेल्थ प्रोटोकॉल की पालना में लापरवाही पर चिंता जाहिर की। उन्होंने हेल्थ प्रोटोकॉल की कड़ाई से पालना को एक सामाजिक आंदोलन का रूप देने के लिए विभिन्न सामाजिक संगठनों एवं धार्मिक समुदायों आदि के नेताओं से आगे आने की अपील की। विशेषज्ञों ने कहा कि अधिकाधिक लोगों को संक्रमित होने से बचाने का एकमात्र उपाय यही है कि आम लोग अपने सामाजिक व्यवहार में बदलाव लाएं तथा मास्क पहनने, उचित दूरी बनाए रखने और बार-बार हाथ धोने के नियमों की पूर्ण अनुशासन के साथ पालना करें।