Zee News : Jul 21, 2020, 08:01 AM
बॉलीवुड डेस्क | प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) ने अपनी पहली फिल्म से ही जता दिया था कि वह मेहनत करने से कभी नहीं घबराएंगी और सितारों वाला टेंट्रम कभी नहीं पालेंगी। विशाल भारद्वाज ने 2009 में आई फिल्म 'कमीने' में प्रियंका चोपड़ा को एक बातूनी महाराष्ट्रीयन लड़की के रोल में कास्ट किया जो जुड़वां भाई गुड्डू और चार्ली में से गुड्डू का लव इंटरेस्ट है। शाहिद कपूर के साथ प्रियंका की यह पहली फिल्म थी। इतना लाउड कैरेक्टर प्रियंका ने पहले कभी नहीं किया था। विशाल उनसे कहते रहते थे कि असली मराठी लड़की को जानना है तो मुंबई के लोकल ट्रेन में सफर करो।प्रियंका को हो रही थी देरस्टार बनने के बाद प्रियंका की हिम्मत नहीं हुई कि वह लोकल ट्रेन के भीड़ भाड़ में सफर कर सकें। एक दिन एक अवॉर्ड फंक्शन के बाद उनको फिल्म की शूटिंग के लिए मुंबई में चर्चगट पहुंचना था। प्रियंका को पता था कि अगर वो गाड़ी से जाएंगी तो ट्रैफिक में अटकेंगी और बहुत वक्त लग जाएगा। उन्होंने तय किया कि वो लोकल ट्रेन से जाएंगी।ट्रेन में यह हुआउन्हें अपने रोल के प्रिपरेशन के लिए लोकल ट्रेन में जाना था और इससे अच्छा मौका और क्या हो सकता था। प्रियंका के स्टाफ ने कहा कि वो मॉब हो जाएंगी, स्टेशन से निकलना मुश्किल हो जाएगा। पर प्रियंका ने परवाह नहीं की। उन्हें लोकल ट्रेन में चढ़ने की आदत नहीं थी। इसलिए स्टेशन पर जब वे लेडीज डिब्बे में चढ़ नहीं पाईं, तो दूसरी लेडीज ने उन्हें खींच कर चढ़ाया। वे गिरते-गिरते बचीं। उन्हें यह देखकर आश्चर्य हुआ कि लोकल ट्रेन में उन्हें किसी ने पहचाना ही नहीं। वे आराम से अपने दूसरे मुसाफिरों को देखती-परखती चर्चगेट पहुंच गईं। स्टेशन पर जरूर कुछ लोगों ने कहा कि यह प्रियंका की तरह दिखती है। देखो, लोग कितना फिल्म स्टार को कापी करते हैं वगैरह। प्रियंका ने अपने रोल की तैयारी में ट्रेन में मिली लड़कियों की खूब नकल की।विशाल भारद्वाज की क्लासविशाल भारद्वाज चाहते थे कि प्रियंका पूरी फिल्म में जोर-जोर से बोले। प्रियंका को आदेश था कि सेट पर वह चुप न बैठे। शूटिंग के बाद जब वे घर जाती थीं तो उनके जबड़े दुखने लगते थे। पर स्क्रीन में जब उन्होंने अपना कैरेक्टर देखा, तो लगा कि विशाल ने जो क्लास ली, उसका रिजल्ट अच्छा आया है।