Coronavirus / देश में कैसे कोरोना से 8000 से अधिक मौतें ना हों, स्‍वास्‍थ्‍य विशेषज्ञ ने बताया ये रास्‍ता

News18 : May 26, 2020, 11:25 PM
नई दिल्‍ली। देश में कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) के मामले मंगलवार को 1.45 लाख के पार पहुंच गए हैं। साथ ही भारत में कोविड-19 (Covid 19) के कारण मौतों का आंकड़ा बढ़कर 4167 हो गया है। देश में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों और मौतों को देखते हुए स्‍वास्‍थ्‍य विशेषज्ञ ने सलाह दी है कि कैसे देश में मौतों का आंकड़ा 8 हजार के अंदर ही रोका जा सकता है।

हैदराबाद स्थित इंडियन इंस्‍टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्‍थ के डायरेक्‍टर प्रोफेसर जीवीएस मूर्ति का कहना है कि देश में मानक मापदंड का सख्‍ती से पालन कराकर और सभी अस्‍पतालों को हाई अलर्ट पर रखकर मौत का आंकड़ा 8 हजार के भीतर रोका जा सकता है।

जीवीएस मूर्ति का कहना है कि देश में कोविड 19 से लड़ने के लिहाज से अलग-अलग स्थितियां हैं। क्‍योंकि देश के अलग-अलग राज्‍यों और जिलों में जनसंख्‍या घनत्‍व अलग है, स्‍वास्‍थ्‍य प्रणाली अलग है, देश के अलग-अलग हिस्‍सों में साक्षरता अलग है। इसलिए हमें जिला स्‍तर और राज्‍य स्‍तर पर बढ़ रहे मामलों के बारे में बात करनी चाहिए।

मूर्ति ने बताया कि महाराष्‍ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, दिल्‍ली, राजस्‍थान और मध्‍य प्रदेश में देश के कुल केसों के करीब 70 फीसदी मामले हैं। जब तक इन राज्‍यों में कोरोना वायरस चरम पर नहीं होगा, तब तक देश में यह चरम पर नहीं पहुंच सकता। वहीं महाराष्‍ट्र, तमिलनाडु, गुजरात और दिल्‍ली चरम सीमा के नजदीक हैं।

उनका कहना है कि यह जून की शुरुआत या जुलाई के मध्‍य में हो सकता है। भारत में कोविड 19 से हो रही मौतों को लेकर उन्‍होंने कहा कि ऐसे सगूत मिले हैं कि देश में लॉकडाउन के कारण 80 हजार से 1 लाख मौत होने से बचा जा रहा है।

प्रोफेसर मूति के अनुसार पिछले एक हफ्ते में प्रतिदिन हो रही मौतों के आंकड़ों के अनुसार प्रति दस लाख आबादी पर 2 मौतें हो रही हैं। कई राज्‍यों ने अपने यहां की स्‍वास्‍थ्‍य सेवाओं को बढ़ाया है, जिससे मौत होने से रोका जा सकता है।

उनका कहना है कि अगर देश में मानक मानदंडों का सही से पालन कराया जाए और अस्‍पतालों को हाई अलर्ट पर रखा जाए तो कोविड 19 से होने वाली मौतों को 7500 से लेकर 8000 के बीच रोका जा सकता है। ऐसे में देश में प्रति दस लाख आबादी पर 4 से 5 मौतें ही होंगी।

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