Zoom News : Oct 01, 2020, 04:11 PM
हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मिलने जा रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को एक्सप्रेसवे पर रोका गया। राहुल गांधी के मार्च को यूपी पुलिस ने नोएडा के पास रोक दिया। नोएडा पुलिस की ओर से कहा गया कि हमने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को हिरासत में ले लिया है। इस दौरान राहुल गांधी का पुलिस अधिकारी के साथ विवाद भी हुआ।
राहुल ने पूछा, मुझे बताएं कि आप किस धारा में गिरफ्तारी कर रहे हैं ... मीडिया को समझाएं ... मैं अकेला जाना चाहता हूं अकेले जाना धारा 144 का उल्लंघन नहीं करेगा। कांग्रेस की ओर से यह आरोप लगाया गया है कि राहुल गांधी हड़बड़ी में गिर गए यूपी पुलिस ने उसके साथ मारपीट की।
पैदल मार्च के दौरान, प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया कि पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें कई कार्यकर्ता घायल हो गए। प्रियंका ने लिखा कि हमें राहुल जी के साथ हाथरस जाने से रोका गया था, जब हम सभी पैदल निकलते थे, हमें बार-बार रोका जाता था और क्रूर तरीके से लाठी का इस्तेमाल किया जाता था।
प्रियंका ने लिखा कि कई कार्यकर्ता घायल हैं। लेकिन हमारा इरादा पक्का है। अहंकारी सरकार की लाठी हमें रोक नहीं सकती। काश यह लाठी, यह पुलिस हाथरस की दलित बेटी के बचाव में खड़ी होती।
राहुल ने पूछा, मुझे बताएं कि आप किस धारा में गिरफ्तारी कर रहे हैं ... मीडिया को समझाएं ... मैं अकेला जाना चाहता हूं अकेले जाना धारा 144 का उल्लंघन नहीं करेगा। कांग्रेस की ओर से यह आरोप लगाया गया है कि राहुल गांधी हड़बड़ी में गिर गए यूपी पुलिस ने उसके साथ मारपीट की।
आपको बता दें कि नोएडा पुलिस का कहना है कि हाथरस प्रशासन के पास एक पत्र है कि अगर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वहां आते हैं, तो कानून-व्यवस्था बिगड़ सकती है।Nothing will stop those that fight for justice.
— Congress (@INCIndia) October 1, 2020
Not bullets, not batons, not even tyrants. #JusticeForIndiasDaughters pic.twitter.com/YZnOtmzkYA
पैदल मार्च के दौरान, प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया कि पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें कई कार्यकर्ता घायल हो गए। प्रियंका ने लिखा कि हमें राहुल जी के साथ हाथरस जाने से रोका गया था, जब हम सभी पैदल निकलते थे, हमें बार-बार रोका जाता था और क्रूर तरीके से लाठी का इस्तेमाल किया जाता था।
प्रियंका ने लिखा कि कई कार्यकर्ता घायल हैं। लेकिन हमारा इरादा पक्का है। अहंकारी सरकार की लाठी हमें रोक नहीं सकती। काश यह लाठी, यह पुलिस हाथरस की दलित बेटी के बचाव में खड़ी होती।