NDTV : Sep 08, 2019, 09:58 PM
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की अगुवाई वाली NDA सरकार ने लगातार दूसरी बार सत्ता में आने के बाद अपने 100 दिन पूरे किए हैं. एक तरफ सरकार जहां अपनी उपलब्धियों का बखान कर रही है, वहीं दूसरी ओर विपक्षी पार्टियां हमलावर हैं. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने मोदी सरकार को 'विकास रहित' 100 दिन के लिए 'बधाई' दी. उन्होंने आरोप लगाया कि 'संकट में घिरी अर्थव्यवस्था' को उबारने के लिए नेतृत्व, दिशा और योजनाओं का स्पष्ट अभाव रहा.
राहुल गांधी ने ट्वीट ट्वीट किया, 'मोदी सरकार को विकास रहित 100 दिन पूरे करने की बधाई, लोकतंत्र का खात्मा, आलोचनाओं पर लगाम लगाने के लिए घुटने टेक चुकी मीडिया पर शिकंजा कसना और नेतृत्व, दिशा एवं योजनाओं की स्पष्ट कमी, जहां संकट में घिरी अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए इनकी सबसे ज्यादा जरूरत है.' वहीं, वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने भी केंद्र सरकार के 100 दिन पूरे होने पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मंदी की वजह से गईं नौकरियों पर सवाल पूछा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बताएं कि देश की अर्थव्यवस्था डांवाडोल क्यों है?वहीं, दूसरी तरफ गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि मोदी सरकार समाज के हर वर्ग के लिए 'उम्मीद की किरण' और राष्ट्रीय सुरक्षा, विकास और गरीबों के कल्याण का 'पर्याय' है. मोदी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर शाह ने यह भी कहा कि इस अवधि के भीतर उसने अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा हटाने समेत कई 'ऐतिहासिक फैसले' लिए.उन्होंने सिलसिलेवार कई ट्वीट कर कहा, 'मोदी सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा, विकास और गरीबों के कल्याण की पर्याय है.' गृह मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार समाज के हर वर्ग की उम्मीद की किरण है. उन्होंने कहा, 'मोदी 2.0 के 100 दिनों के भीतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई ऐतिहासिक फैसले लिए जिसके लिए प्रत्येक भारतीय ने 70 वर्षों तक इंतजार किया था.' गृह मंत्री ने कहा कि चाहे 'जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370, अनुच्छेद 35ए हटाने का फैसला हो या तीन तलाक के अभिशाप से मुस्लिम महिलाओं को मुक्त कराना या गैर कानूनी गतिविधियां (निवारण) कानून में संशोधन करके देश के सुरक्षा तंत्र को मजबूत बनाना हो, ये सभी ऐतिहासिक फैसले प्रधानमंत्री मोदी के निर्णायक नेतृत्व का परिणाम हैं.'Congratulations to the Modi Govt on #100DaysNoVikas, the continued subversion of democracy, a firmer stranglehold on a submissive media to drown out criticism and a glaring lack of leadership, direction & plans where it’s needed the most - to turnaround our ravaged economy.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 8, 2019