AajTak : Apr 24, 2020, 08:12 PM
जयपुर का रामगंज राजस्थान सरकार के लिए बड़ा सिरदर्द बना हुआ है। राज्य सरकार ने पूरे इलाके को छावनी में बदल दिया है लेकिन फिर भी लगातार कोरोना संक्रमण के मामले सामने आते जा रहे हैं। वहीं, पिछले 48 घंटे में अकेले रामगंज में 100 मामले आ चुके हैं। हालांकि सरकार का दावा है कि 2 दिनों के अंदर मामले कम आने शुरू हो जाएंगे।जानकारी के मुताबिक, जयपुर के महाराजा सवाई जयसिंह ने जब जयपुर बसाया था तो चार चौकड़िओं में से एक रामगंज भी बनाया था। रामगंज में जयपुर के सेना के लड़ाके और तोपची रहा करते थे। यहां पर 90 फीसदी से ज्यादा मुस्लिम आबादी है। यहां काफी घनी जनसंख्या है और ऊंची इमारतों के बीच तंग गलियां हैं। इन गलियों में कोरोना ने ऐसे पैर पसारे कि किसी को समझ में नहीं आ रहा है कि इससे कैसे निपटा जाए।बताया जा रहा है कि महज 2 व्यक्तियों की लापरवाही ने हालात इस कदर खराब कर दिए हैं कि रामगंज और उसके आसपास के इलाके में 6 किलोमीटर के दायरे में 650 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं जिनमें से 1 किलोमीटर के दायरे में तो 450 लोग कोरोना पॉजिटिव हैं। शुरुआत में मस्कट से आए एक व्यक्ति और उसके दोस्त की लापरवाही ने डेढ़ सौ से ज्यादा कोरोना मरीजों की चेन बना दी।इसके बाद डॉक्टर पुलिस के साथ समस्या यह थी कि इन तंग गलियों में एक साथ एक घर में 20- 25 रह रहे लोगों को अलग करना और उन्हें जांच के लिए तैयार करना। एनआरसी और सीए के डर से रामगंज के लोग स्क्रीनिंग कराने से मना करते रहे जिसकी वजह से कोरोना वायरस पैर पसारता चला गया। अब सरकार कह रही है कि ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग करने के लिए हम लोगों को उनके घरों से निकाल रहे हैं।रामगंज के जिन गलियों में सबसे ज्यादा कोरोना फैला हुआ है....उनमें फुट्टा खुर्रा, पतंगों की गली, जगन्नाथ जी का रास्ता, कोयला वालों की गली, हुजूरी तोपखाना, हरी नगर ,निवाई महंतों का रास्ता, गुलजार मस्जिद, रहमानिया मस्जिद, छोटी मस्जिद घाट गेट आदि शामिल हैं। इनमें से सभी गलियां एक दूसरे से जुड़ी हुई हैं और यह 1 किलोमीटर के दायरे में ही हैं।राजस्थान सरकार ने सख्ती करने के लिए दो हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी यहां तैनात कर रखे हैं। 500 से ज्यादा डॉक्टरों और नर्सों के टीम इलाके में 24 घंटे काम कर रही है। जांच में सहयोग न करने, लॉकडाउन को तोड़ने और अफवाह फैलाने के आरोप में इस इलाके से 50 से ज्यादा लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। इस इलाके में सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन कैमरे से भी नजर रखी जा रही है।साथ ही, मोटर साइकिल सवार निर्भया कमांड की महिला फोर्स और घुड़सवार पुलिसकर्मी भी दिनभर इलाके में मार्च करते रहते हैं। पूरे इलाके को चारों तरफ से सील कर दिया गया है सरकार को उम्मीद है कि बहुत जल्द राहत भरी खबर आएगी क्योंकि राजस्थान में 2000 पॉजिटिव लोगों में से 473 निगेटिव हो चुके हैं। इनमें से करीब 200 लोगों को अस्पताल से छुट्टी भी दी जा चुकी है।