जयपुर / कमिश्नर बोले- मर्जी का रिश्ता था, महिला के साथ दुष्कर्म नहीं हुआ

Dainik Bhaskar : Jul 30, 2019, 01:38 PM
जयपुर. न्याय नहीं मिलने से आहत होकर वैशाली नगर थाना परिसर में खुद को आग लगाने वाली दुष्कर्म पीड़िता की सोमवार सुबह सवाई मानसिंह अस्पताल में मौत हो गई। महिला की मौत के बाद पुलिस ने आरोपी युवक फतेहपुर शेखावाटी में कारंगा छोटा गांव निवासी रवीन्द्र सिंह को हिरासत में लिया।

पुलिस कमिश्नर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा- अब तक की जांच में महिला व आरेापी युवक के बीच सहमति से संबंध बनाने की बात सामने आई है। पांच साल से दुष्कर्म हुआ तो शिकायत क्यों नहीं की? युवक की गत दिनों सगाई हुई तो पीड़िता ने युवक को शादी करने से इंकार किया। इसके चलते दोनों में मनमुटाव हो गया।

महिला के पति का आरोप है कि युवक के परिजन धमकी दे रहे हैं कि हमने पुलिस को मोटा रुपया दिया है। पुलिस हमारा कुछ नहीं कर सकती। जब पत्नी ने थाने में आग लगाई तब उसके पास मोबाइल था। इसमें आरोपी युवक के खिलाफ सारे एविडेंस थे। ये एविडेंस हमने थाना प्रभारी संजय गोदारा को भी दिए थे मगर अब मोबाइल भी गायब है।

ये वे सबूत हैं जो पीड़िता ने दिए, पुलिस ने गलत माने

मजिस्ट्रेट के सामने बयान: पीड़िता ने पुलिस को 161 के बयान में दुष्कर्म की बात कही। मजिस्ट्रेट के सामने बयान में भी पीड़िता ने दुष्कर्म की बात कही। मजिस्ट्रेट बयानों की काॅपी जांच अधिकारी वैशाली नगर थाना प्रभारी को मिल गई लेकिन थाना प्रभारी ने कुछ नहीं किया।

दुष्कर्म की हर जगह बताई: पीड़िता ने पुलिस को वो सब जानकारी दी जिसमें आरोपी उसे जयपुर व अन्य स्थानों पर लेकर गया। जहां उसने पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता ने उन होटलों में ठहरने की अाईडी तक दे दी। मगर जांच अधिकारी संजय गोदारा ने इसे रजामंदी से साथ जाना माना।

सीमन लगे कपड़े भी दिए: पीड़िता ने पुलिस को बयानों में बताया कि रवीन्द्र सिंह उसके घर आया और दुष्कर्म किया। पीड़िता ने सबूत के तौर पर खुद के कपड़े 19 जुलाई को पुलिस को दिए। इस पर आरोपी का सीमन लगा था। पुलिस ने इनको जब्त कर लिया। पीड़िता के मेडिकल के दौरान डीएनए टेस्ट के लिए ब्लड सैंपल ले लिए। मगर आरोपी का सैंपल नहीं लिया। पीड़िता की ओर से सीमन लगे कपड़े दिए जाने के बाद पुलिस को इन्हें एफएसएल के लिए भिजवाने थे मगर जांच अधिकारी ने नहीं भिजवाए। ये कपड़े थाने में ही रखे हैं।

पीड़िता से मांगा वीडियो: पीड़िता ने रिपोर्ट में कहा था कि आरोपी ने उसकी वीडियो क्लिप बना ली और उसे वायरल करने की धमकी देकर दुष्कर्म कर रहा है। रुपए मांग रहा है। जांच अधिकारी ने आरोपी से कोई पूछताछ नहीं की न ही वह मोबाइल जब्त किया जिससे वीडियो क्लिप बनाई थी। उल्टे पीड़िता को ही क्लिप देने को कहा। पीड़िता ने जवाब दिया था कि जिस मोबाइल में वीडियो बनाया गया है वह आरोपी के पास है। आरोपी ने उसे मोबाइल में वीडियो दिखाया था जिसके आधार पर ब्लैकमेल कर रहा है। पुलिन में मोबाइल जब्त नहीं किया।

ब्लैकमेलिंग के साक्ष्य दिए: पीड़िता ने बयानों में कहा आरोपी ब्लैकमेल कर काफी रुपए ले चुका। जांच अधिकारी ने जब सबूत मांगे तो पीड़िता व उसके पति ने अकाउंट की डिटेल दी थी। जिसमें पांच-छह लाख रुपए पीड़िता व पति के अकाउंट से युवक के अकाउंट में ट्रांसफर हुए। जांच अधिकारी ने इसे भी सबूत नहीं माना।

धमकी की रिकाॅर्डिंग भी दी: पीड़िता ने पुलिस को कहा था कि रवीन्द्र आरोपी उसे बार बार धमका रहा है। पुलिस ने सबूत मांगे तो पीड़िता ने फोन पर धमकाने की रिकाॅर्डिंग की और जांच अधिकारी को दी। जांच अधिकारी रवीन्द्र के वाॅयस सैंपल लेने के  बजाय पीड़िता को कह रहे हैं वो फोन दो जिससे रिकाॅर्डिंग की गई थी।

जहां-जहां रेप, वहां ले गई: जांच अधिकारी ने पीड़िता को कहा था कि वह  जगह बताओ जहां पहली बार रवीन्द्र ने दुष्कर्म किया। पीड़िता ने बताया कि उसे नशीला पदार्थ पिलाया था, नहीं पता कि दुष्कर्म कहां किया। इसके बाद वीडियो दिखाकर जहां-जहां दुष्कर्म किया वे सब जगह पुलिस को दिखाई।

पीड़िता को ही प्रताड़ना: पीड़िता हर तीसर-चौथे दिन थाने जाती थी। अपने दिए सबूतों पर रवीन्द्र को गिरफ्तार करने की बात कहती थी। पीड़िता के पति का कहना है कि जांच अधिकारी बजाय सही तरीके से बात करने के उल्टे पत्नी की ही सबके सामने बेइज्जती कर देता था। पत्नी काफी आहत थी।

थाना पुलिस ने पीड़िता से कहा- तू फंसा रही है: कुछ दिन पहले एसीपी रायसिंह बेनीवाल व थाना प्रभारी संजय गोदारा ने पीड़िता व आरोपी युवक के परिजनों को वैशाली नगर थाने पर बुलाया। पीड़िता ने दुष्कर्म की बात दोहराई। पुलिस अफसरों ने कहा- रवीन्द्र तुझसे 6 साल छोटा है। शर्म नहीं आती। युवक को फंसा रही है। 

पुलिस कमिश्नर का कहना है- संबंध पुराना था, दुष्कर्म नहीं

पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव और डीसीपी विकास शर्मा का कहना है कि मामला दर्ज होने के बाद पीड़िता ने जहां-जहां जाना बताया वहां की सारी जांच करवा ली। दोनों सहमति से ठहरे थे। युवक से बुलाकर सख्ती से पूछताछ की है। उसके घर की तलाशी ली है। उसका मोबाइल चैक किया है। क्लिप नहीं मिली। महिला ने 19 जुलाई को सीमन लगे कपड़े दिए हैं। महिला का पति से तलाक का मामला चल रहा है। युवक और महिला की फेसबुक पर काफी चैटिंग हुई है। मामले की जांच एसीपी सदर संध्या यादव को दी गई है।

आज बाजार बंद, महिला आयोग की टीम आएगी

दुष्कर्म पीड़िता की माैत के बाद जांच में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियाें काे हटाने की मांग काे लेकर वैशाली नगर व झाेटवाड़ा के बाजार बंद रखने का आह्वान है। राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम जांच के लिए वैशाली थाने पहुंचेगी।

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