देश / RBI की गारंटीड मुनाफे वाली स्कीम- हर छह महीने में आएगा पैसा, 1000 रुपये से करें शुरू

News18 : Aug 22, 2020, 07:54 AM
नई दिल्‍ली। कोरोना वायरस (Coronavirus Crisis) ने पूरी दुनिया पर चौतरफा मार की है। एक तरफ हर दिन संक्रमण के नए मामले सामने आने का सिलसिला थम नहीं रहा है तो दूसरी ओर मजबूत से मजबूत अर्थव्‍यवस्‍थाओं की हालत भी खराब हो गई है। भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था (Indian Economy) को बचाने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ब्‍याज दरों में लगातार कमी कर रहा है। फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट्स (FD) जैसे पारंपरिक निवेश विकल्‍पों से मुनाफा लगातार घटता जा रहा है। वरिष्‍ठ नागरिकों (Senior Citizens) के लिए निवेश के विकल्‍प सीमित हो गए हैं।


कौन कर सकता है निवेश और किसे नहीं है निवेश की छूट

कोरोना संकट के बीच बने खराब माहौल के बीच आरबीआई का फ्लोटिंग रेट सेविंग्‍स बॉन्‍ड्स (Floating Rate Savings Bonds) उन लोगों के लिए सुरक्षित निवेश विकल्‍प साबित हो सकता है, जो नियमित आय (Regular Return) चाहते हैं। केंद्रीय बैंक ने 7।75 फीसदी फिक्‍स्‍ड इंटरेस्‍ट रेट वाले बॉन्‍ड्स को बंद करने के बाद फ्लोटिंग रेट सेविंग्‍स बॉन्‍ड्स पेश किया है। इसमें निवेश पर 7।15 फीसदी का गारंटीड रिटर्न मिलेगा। इसमें कोई भी व्‍यक्ति (Individual) और हिंदू अविभाजित परिवार (HUF) निवेश कर सकते हैं। फ्लोटिंग रेट सेविंग्‍स बॉन्‍ड्स में भारतीय मूल के विदेश में रहने वाले लोग (Indian Origin Person) या एनआरआई (NRI) निवेश नहीं कर सकते हैं।

7 साल का है लॉक-इन पीरियड, बच्‍चों के नाम पर करें निवेश

कोई भी भारतीय नागरिक अभिभावक के तौर पर नाबालिग (Minor) के नाम से भी बॉन्‍ड्स में निवेश कर सकता है। आप संयुक्‍त तौर पर भी बॉन्‍ड्स के लिए आवेदन (Jointly Apply) कर सकते हैं। आरबीआई के इस बॉन्‍ड में भारतीय नागरिक कम से कम 1,000 रुपये से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। इसमें निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है। इस बॉन्‍ड में निवेश का लॉक-इन पीरियड (Lock-In Period) 7 साल का है यानी आप इस अवधि तक पैसा नहीं निकाल सकते हैं।

छमाही आधार पर होगा इन बॉन्‍ड्स पर ब्‍याज का भुगतान

आरबीआई के इस बॉन्‍ड पर छमाही आधार पर ब्‍याज का भुगतान किया जाता है। इसका पहला भुगतान 1 जनवरी 2021 को होगा। ब्‍याज दरें (Interest rates) हर छह महीने में तय की जाती हैं। ब्‍याज दरों में पहला बदलाव 1 जनवरी 2021 को किया जाएगा। अभी किए गए निवेश पर आपको 1 जनवरी 2021 को 7।15 फीसदी ब्‍याज प्राप्‍त होगा। आरबीआई के 7।75 फीसदी फिक्‍स्‍ड इंटरेस्‍ट रेट बॉन्‍ड्स की तरह फ्लोटिंग रेट सेविंग्‍स बॉन्‍ड्स के लिए मैच्‍योरिटी के समय Cumulative Interest हासिल करने का कोई विकल्प नहीं है।


इनकम टैक्‍स में नहीं मिलेगा कोई फायदा, कटेगा टीडीएस

फ्लोटिंग रेट सेविंग्‍स बॉन्‍ड्स में इनकम टैक्‍स (Income Tax) छूट के लाभ की बात की जाए तो आपको कोई फायदा नहीं होगा। ये बॉन्‍ड से होने वाली आय पूरी तरह से Taxable होगी। इन बॉन्‍ड्स के ब्‍याज से होने वाली आय पर निवेशक को पूरा टैक्‍स भरना होगा। ब्‍याज आय पर टीडीएस (TDS) भी काटा जाएगा। आप इन बॉन्‍ड्स के लिए किसी भी सरकारी बैंक या आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक और एक्सिस बैंक जैसे बड़े प्राइवेट बैंकों के जरिये आवेदन कर सकते हैं। इन बॉन्‍ड्स के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से आवेदन कर सकते हैं। इन बॉन्‍ड्स में 20,000 रुपये तक नकद निवेश किया जा सकता है।

ये निवेशक मैच्‍योरिटी से पहले नहीं निकाल सकते पैसे

आरबीआई के बॉन्‍ड्स के लिए आवेदन करते समय आपको अपनी बैंक अकाउंट डिटेल्‍स देनी होंगी ताकि ब्‍याज सीधे आपके खाते में ट्रांसफर की जा सके। इन बॉन्‍ड्स में 60 साल से कम आयु के लोग मैच्‍योरिटी से पहले पूरे पैसे निकालने के लिए पात्र नहीं हैं। इसमें 60 और 70 साल की आयु के लोगों के लिए छह साल के बाद समय से नकदीकरण की अनुमति है। इसके अलवा 70 और 80 साल के बीच के लोगों के लिए पांच साल के बाद और 80 वर्ष से अधिक आयु वालों के लिए चार साल के बाद समय से नकदीकरण की अनुमति है। ज्‍वाइंट इंवेस्‍टमेंट में होल्‍डर्स में किसी एक या सभी के निधन के बाद किसी भी व्‍यक्ति को पैसा हासिल करने के लिए नॉमिनेट करने का विकल्‍प है। इसमें कई लोगों को नॉमिनेट करने का भी विकल्‍प है।

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