गैजेट / रिपोर्ट / एपल एयरपॉड्स से कैंसर का खतरा, 250 वैज्ञानिकों ने याचिका में दी चेतावनी

Dainik Bhaskar : Mar 12, 2019, 04:54 PM
गैजेट डेस्क. एपल एयरपॉड्स के इस्तेमाल से कैंसर हो सकता है। इसका खुलासा यूनाइटेड नेशन और वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) ने याचिका में किया। याचिका पर 40 देशों के वैज्ञानिकों ने सहमति जताई है। एक्सपर्ट्स ने खासतौर पर एयरपॉड्स के इस्तेमाल को लेकर चेतावनी दी क्योंकि यह कान की अंदरुनी सतह ऐसी तरंगों को छोड़ता है जो नुकसानदायक पहुंचाती हैं। जानवरों पर हुई एक स्टडी में इसकी पुष्टि हुई है कि रेडियो फ्रीक्वेंसी तरंगों से कैंसर होने का खतरा है।

कम पावर की तरंगों से भी कैंसर का खतरा...

रेडियो तरंगों से सबसे ज्यादा खतरनाक हाई लेवल तरंगे होती है, जो गर्मी पैदा करती है और कई बार जला भी देती है। वैज्ञानिक अभी भी कम पावर वाली रेडियो तरंगो को लंबे समय तक काम में लेने के लिए प्रयासरत हैं।

रिपोर्ट के अनुसार रेडियो तरंगों ने जानवरों की प्रजनन क्षमता, न्यूरोलॉजिकल और अनुवांशिक रुप से काफी नुकसान पहुंचाया।

याचिका दायर करने वाले वैज्ञानिकों का मानना है कि इन तरंगों से भविष्य में और ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है, हालांकि इसके लिए वो नियमकों को जिम्मेदार मानते हैं, जिन्हें इसपर रोक लगाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इसके सटीक कारण ढूंढने के लिए अभी काफी शोध करने की आवश्यकता है।

उन्होंने लिखा, "सुरक्षा मानकों को स्थापित करने वाली विभिन्न एजेंसियां ​​आम जनता की रक्षा के लिए पर्याप्त कदम उठाने में विफल रही हैं, खासतौर पर ऐसे बच्चे जो ईएमएफ के प्रभावों के प्रति अधिक संवेदनशील हैं।

2018 में कंपनी ने बेचे 2.90 करोड़ एयरपॉड्स

एपल ने साल 2018 में 2 करोड़ 90 लाख जोड़ी व्हाइट वायरलेस एयरपॉड्स को बेचा जबकि 2017 में कंपनी ने 1 करोड़ 60 लाख जोड़ी एयरपॉड्स को बेचा।

स्मार्टफोन को वायरलेस एयरपॉड्स को ब्लूटूथ से कनेक्ट किया जाता है जिसमें पॉपुलर शार्ट डिस्टेंस रेडियो कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है।

किसी भी उपकरण को वायरलेस कम्युनिकेट करने के लिए इलेक्ट्रोमैग्नेटिक एनर्जी की अलग अलग तरंगों का इस्तेमाल करना पड़ता है, ब्लूटूथ कम पावर की रेडियो तरंगों का इस्तेमाल करता है।

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