Corona Effect / लॉकडाउन में बढ़ा रोमांस, राशन-सब्जी ही नहीं कंडोम की भी बढ़ी खपत

AajTak : Mar 27, 2020, 04:20 PM
Corona Effect: कोरोना वायरस की वजह से सिर्फ बीमारी ही नहीं बढ़ी है। लोगों में डर ही नहीं बढ़ा है। लॉकडाउन होने के बाद एक चीज की बिक्री सबसे ज्यादा बढ़ी है। वह जरूरी चीज ऐसी है जिससे आबादी बढ़ने से रोका जाता है। यानी कंडोम। देश में लॉकडाउन के दौरान कंडोम का सेल बढ़ गया है। ये बात सही है। 

कई शादीशुदा जोड़े और प्रेमी-प्रेमिकाएं जो साथ में हैं। लॉकडाउन हो गए हैं। वो या तो मेडिकल स्टोर से कंडोम खरीद रहे हैं। या फिर ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स से मंगा रहे हैं। करेंगे भी क्या? सिनेमा हॉल बंद, बाजार बंद, मॉल बंद कहीं जा नहीं सकते।

दिक्कत ये है कि अब मेडिकल स्टोर्स पर कंडोम की कमी दिखने लगी है। पिछले कुछ दिनों में कंडोम की बिक्री में 25 से 50 फीसदी तक की बढ़त हुई है। इसमें कंडोम के बड़े पैकेट ज्यादा खरीदे जा रहे हैं। मेडिकल स्टोर वालों की माने तो पहले छोटे पैक बिकते थे। लेकिन लॉकडाउन की वजह से बड़े पैक ज्यादा बिक रहे हैं। अक्सर नए साल पर इसकी बिक्री सबसे ज्यादा होती थी, लेकिन इस बार लॉकडाउन ने इस समय मांग बढ़ा दी है। 

कुछ मेडिकल स्टोर्स ने कंडोम के स्टॉक को 30 फीसदी तक बढ़ा दिया है। देश में लॉकडाउन है। जिससे लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे है। सिर्फ जरूरतों की चीजों के लिए ही लोग घर से निकल रहे है। इसमें राशन, सब्जी, दवाईयां समेत अन्य जरुरी चीजें शामिल हैं। 

लॉकडाउन में लोगों के पास काफी समय है। नए शादीशुदा जोड़ों के लिए ये लॉकडाउन एक सुनहरा मौका है। या फिर उनके लिए भी फायदेमंद है जो जोड़ा काम के चले एकदूसरे को समय नहीं दे पाते थे। या शारीरिक संबंधों को प्राथमिकता नहीं दे पाते थे। अब पूरा समय है उनके पास। 

कई स्टडी रिपोर्ट में ये बात सामने आई है कि युद्ध और महामारी के समय में लोगों के बीच अंतरंगता बढ़ जाती है। ऐसे समय में लोगों को अनहोनी का डर रहता है, ऐसे में लोग एकदूसरे के साथ पूरी तरह से जीना चाहते हैं। ग्लोबल स्तर पर भी कंडोम की मांग बढ़ी है। कई अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से यह बात सामने आई है कि मास्क और सैनिटाइजर के अलावा अब दुनिया के कई देशों में कंडोम की कमी हो गई है।

अब युवा जोड़े एकसाथ कमाते हैं। उन्हें इतना समय नहीं मिलता। इसलिए ये 21 दिन का लॉकडाउन आपसी संबंधों को मजबूत करने का बेहतरीन समय है। हालांकि कई बार ज्यादा नजदीकियों से झगड़े की आशंका बनी रहती है।

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