News18 : Jul 14, 2020, 03:53 PM
जयपुर। राजस्थान (Rajasthan) में चल रहे सियासी बवाल के बीच अब सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने अपने ट्विटर प्रोफाइल में बड़ा बदलाव किया है। कांग्रेस (Congress) पार्टी से बर्खास्त होने के बाद सचिन पायलट ने अपने ट्विटर अकाउंट (Twitter Account) के बायो से कांग्रेस हटा लिया है। पायलट ने अपने ट्विटर प्रोफाइल पर अब केवल टोंक विधायक मेंशन किया है। इसके साथ उन्होंने आईटी, दूरसंचार और कॉर्पोरेट मामलों के पूर्व मंत्री, भारत सरकार भी लिखा है। ट्विटर पर पहले सचिन पायलट ने पहले डिप्टी सीएम राजस्थान और राजस्थान कांग्रेस प्रेसिडेंट लिखा था। पार्टी आलाकमान की कार्रवाई के बाद अब उन्होंने अपने प्रोफाइल से कांग्रेस के साथ इन प्रोफाइल को भी निकला दिया है।
बता दें कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद सचिन पायलट को मंत्री पद से हटा दिया गया था। इसके फौरन बाद सचिन पायलट ने अपने ट्वीट में लिखा, सत्य को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं। बैठक से पहले सचिन पायलट और उनके समर्थकों ने अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) को मुख्यमंत्री मानने से इनकार कर दिया था। सूत्रों की मानें तो पायलट ने पार्टी नेतृत्व के सामने खुद को सीएम बनाने की शर्त रख दी थी।
पार्टी ने किया था बर्खास्तआपको बता दें कि राजस्थान में सियासी घमासान के बीच आज सचिन पायलट को मंत्री पद से बर्खास्त किए जाने के साथ-साथ पीसीसी चीफ के पद से भी हटा दिया गया है। पायलट के साथ ही उनके समर्थक दो अन्य मंत्रियों को भी उनके पदों से हटा दिया गया है। कांग्रेस विधायक दल की मंगलवार को हुई बैठक के बाद कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह और रमेश मीणा को भी मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया है। सचिन पायलट की जगह अब शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) का नया अध्यक्ष बनाया गया हैइससे पहले जयपुर से खबर आई कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजभवन पहुंचकर गवर्नर से मुलाकात की है। बताया जा रहा है कि संभावित सियासी हालात को देखते हुए राजभवन में कांग्रेस विधायकों की परेड करवाई जा सकती है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विधायकों के समर्थन पत्र के साथ राज्यपाल से मिलने पहुंचे थे।
बता दें कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद सचिन पायलट को मंत्री पद से हटा दिया गया था। इसके फौरन बाद सचिन पायलट ने अपने ट्वीट में लिखा, सत्य को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं। बैठक से पहले सचिन पायलट और उनके समर्थकों ने अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) को मुख्यमंत्री मानने से इनकार कर दिया था। सूत्रों की मानें तो पायलट ने पार्टी नेतृत्व के सामने खुद को सीएम बनाने की शर्त रख दी थी।
पार्टी ने किया था बर्खास्तआपको बता दें कि राजस्थान में सियासी घमासान के बीच आज सचिन पायलट को मंत्री पद से बर्खास्त किए जाने के साथ-साथ पीसीसी चीफ के पद से भी हटा दिया गया है। पायलट के साथ ही उनके समर्थक दो अन्य मंत्रियों को भी उनके पदों से हटा दिया गया है। कांग्रेस विधायक दल की मंगलवार को हुई बैठक के बाद कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह और रमेश मीणा को भी मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया है। सचिन पायलट की जगह अब शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) का नया अध्यक्ष बनाया गया हैइससे पहले जयपुर से खबर आई कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजभवन पहुंचकर गवर्नर से मुलाकात की है। बताया जा रहा है कि संभावित सियासी हालात को देखते हुए राजभवन में कांग्रेस विधायकों की परेड करवाई जा सकती है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विधायकों के समर्थन पत्र के साथ राज्यपाल से मिलने पहुंचे थे।